अमृतसर। पंजाब अल्पसंख्यक आयोग की टीम ने गुरुवार को जंडियाला गुरु के गांव डडूआणा और तरनतारन की पट्टी चर्च का दौरा किया, जहां बेदअबी की घटनाएं हुईं थी। आयोग के सदस्य डॉ सुभाष थोबा ने आयोग के चेयरमैन प्रो. इमैनुअल नाहर के आदेश पर अमृतसर देहाती के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की और गांव डडूआणा चर्च पर हुए हमले के बाद चर्च में पहुंचकर मामले की जांच की। वह चर्च के पास्टर सुखजिंदर राजा से मिले और उनसे पूरे घटनाक्रम की जानकारी प्राप्त की। सुखजिंदर राजा ने बताया कि उन्होंने धर्म परिवर्तन करवाने या किसी को लालच नहीं दिया। न ही किसी धर्म विशेष के खिलाफ कभी कुछ कहा है। इस अवसर पर एसएसपी देहाती ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में जितने भी चर्च हैं, उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एसएसपी ने डॉ थोबा से कहा कि सभी चर्च के प्रमुख अपने-अपने चर्च में सीसीटीवी कैमरे जरूर लगाएं, ताकि अपराधियों को पकड़ने में आसानी हो।
इसके बाद आयोग की टीम तरनतारन स्थित पट्टी कैथोलिक चर्च भी पहुंची। यहां चार अज्ञात लोगों ने मदर मरियम और प्रभु यीशु की मूर्तियों को तोड़ा था। वहां पर भी फादर थामस जो कैथोलिक चर्च पट्टी के फादर हैं और अलग-अलग कैथोलिक चर्चों से आए फादर से मिलकर भी पूरी जानकारी हासिल की। फादर ने बताया कि जो चार लोग आए थे,उन्होंने हमारे सुरक्षा कर्मी को बंदूक के बल पर उसके हाथ बांध कर उनको बंदी बना लिया। इस दौरान दो लोगों ने मदर मेरी और प्रभु यीशु की मूर्ति को तोड़ा और उसके बाद फादर थामस की गाड़ी को आग लगाकर जला दिया। डॉ थोबा ने तरनतारन के पुलिस अधीक्षक से भी मुलाकात की। एसएसपी ने कहा कि दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। वह बहुत जल्द सलाखों के पीछे होंगे।
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