लुधियाना(सच कहूँ/रघबीर सिंह)। अनाज ढुलाई घोटाले में पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु (Bharat Bhushan Ashu) की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। विजिलेंस के बाद अब इन्फोर्समेंट डिपार्टमेंट (ED) भी जांच शुरू कर सकता है। सूत्रों के अनुसार ईडी की तरफ से भी इस मामले की फाइलें मंगवा ली गई हैं और कभी भी जांच के लिए आशु समेत दूसरे शामिल लोगों को जांच के लिए बुलाया जा सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इस गबन के बाद करोड़ों रुपये विदेशों में जाने और विदेशों में प्रापर्टी में पैसा लगने की बातें सामने आ रही हैं। यही कारण है कि अब ईडी भी इस केस में शामिल हो सकता है। इसके अलावा पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु व उसके लिए प्रापर्टी में पैसा लगाने वाले बड़े कारोबारी भी फंस सकते हैं।
दरअसल विजिलेंस विभाग ने अदालत में बताया था कि दुबई में एक बड़ा होटल बनाया गया है और उसमें पूर्व कैबिनेट मंत्री का पैसा लगा होने की बात सामने आई है। इसके अलावा शहर में बनी 30 इमारतों में पैसा लगा होने की जांच विजिलेंस की तरफ से की गई है। भारत भूषण के करीबी मीनू मल्होत्रा की तरफ से बनाई गई छह जायदाद का जिक्र भी विजिलेंस की तरफ से किया गया है। इसके अलावा हवाला के जरिए मोटा पैसा विदेशों में भी गए होने के सबूत भी विजीलेंस के हाथ लगे हैं। यही कारण है कि अब इस जांच का दायरा बड़ा किया जा रहा है।
विजिलेंस की तरफ से भारत भूषण आशु (Bharat Bhushan Ashu) को सोमवार को तीसरी बार अदालत में पेश किया था और दो दिन के रिमांड पर लिया हुआ है। अदालत ने आशु को तीसरी बार पुलिस रिमांड पर भेजा हो और विजिलेंस उनसे विजिलेंस रेंज कार्यालय में पूछताछ कर रही है। विजिलेंस के वरिष्ठ अधिकारी उससे सुबह से लेकर शाम तक पूछताछ कर रहे हैं। इस केस के अलावा शहर में लगे अन्य तरह के विकास कार्यों के बारे में भी भारत भूषण आशु से पूछताछ की जा रही है। उसे अब 31 अगस्त को अदालत में पेश किया जाना है।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।