चंडीगढ़ (एम के शायना)। हरियाणा राज्य सतर्कता ब्यूरो ने दो सरकारी कर्मियों को क्रमश: 15,000 रुपये और 20,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। दोनों पर भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। ब्यूरो के प्रवक्ता ने आज यहां जानकारी देते हुए बताया कि पहला मामला हिसार जिले से संबंधित है जिसमें विजिलेंस टीम ने सीआईए हिसार के ई/एएसआई धर्मपाल को गांव मिर्चपुर निवासी शिकायतकर्ता दिनेश कुमार जो हाल संजय नगर, बालसमंद रोड, हिसार में रह रहा है, से 15,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा है।
शिकायतकर्ता ने ब्यूरो में दी शिकायत में बताया कि ई/एएसआई उसके लाइसेंसशुदा हथियार को फोटो के उद्देश्य से किसी अन्य व्यक्ति को देने के एक मामले में उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं करने के एवज में रिश्वत मांग रहा है। साथ ही धमकी भी दी कि मांग पूरी नहीं होने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। विजिलेंस ने शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की और ड्यूटी मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में ब्यूरो टीम ने आरोपी ई/एएसआई को 15000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। प्रवक्ता ने आगे बताया कि एक अन्य मामले में सोनीपत जिले के एक किसान से 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए एचएसआईआईडीसी, राई, सोनीपत के पटवारी अमरजीत को विजिलेंस ब्यूरो ने रंगेहाथ काबू किया है।
गढ़ी बाला निवासी शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपी पटवारी 2006 में केएमपी एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए सरकार द्वारा उसकी अधिग्रहीत की गई जमीन का मुआवजा जारी करने के लिए कागजात तैयार करने के एवज में रिश्वत की मांग कर रहा था। आरोपी पटवारी ने बताया कि कोर्ट के फैसले के बाद उसे 18 से 22 लाख रुपये की मुआवजा राशि मिलेगी और उस पर ब्याज भी मिलेगा। पर इसके लिए उसे 75,000 रुपये उसको देने होंगे। 40,000 रुपये में डील तय हुई और मजबूरी में किसान को 20,000 रुपये एडवांस में देने पड़े। शिकायत के बाद विजिलेंस टीम ने रेड करते हुए आरोपी पटवारी को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। आगे की जांच की जा रही है।
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