कुछ समय पहले तक जहां डांस करने व डांसर को बेहद ही निम्न दृष्टि से देखा जाता था, वहीं वर्तमान समय में हर कोई डांसर बनना चाहता है। लेकिन एक डांसर तभी बेहतरीन कहलाता है, जब उसके स्टेप काफी अच्छे हों। लेकिन इन डांस स्टेप को सिखाने व नए डांस स्टेप इजाद करने का श्रेय जाता है कोरियोग्राफर को। अक्सर देखने में आता है कि कोई गाना केवल उसमें इस्तेमाल किए जाने वाले स्टेप के लिए फेमस हो जाता है। सलमान खान का मुझसे शादी करोगी में टॉवल स्टेप हो या माधुरी दीक्षित का चने के खेत में गाना हो। इन गानों में इस्तेमाल किए जाने वाले स्टेप आज भी लोगों द्वारा पसंद किए जाते हैं। अगर आप भी संगीत की धुन पर कुछ ऐसे डांस स्टेप बनाने में सक्षम हैं, जिन्हें फॉलो करने के लिए लोग मजबूर हो जाएं तो आप बतौर कोरियोग्राफर अपना कॅरियर चुन सकते हैं।
क्या होता है काम:- यह क्षेत्र आपकी क्रिएटिविटी व संगीत की समझ का मिला−जुला रूप है। इस क्षेत्र में वही सफलता प्राप्त कर सकता है, जो लोगों की रूचि को ध्यान में रखते हुए कुछ आसान लेकिन कैची डांस स्टेप क्रिएट करे। इसलिए एक सफल कोरियोग्राफर बनने के लिए आपको सिर्फ डांस स्टेप पर ही ध्यान नहीं देना होता, बल्कि चेहरे के हाव−भावों पर भी काफी मेहनत करनी पड़ती है। वह कोरियोग्राफर ही होता है, जो स्टेज के पीछे रहकर कलाकारों के जरिए किसी भी गाने को एक आत्मा प्रदान करता है। इसलिए उन्हें कोई भी डांस स्टेप बनाने से पहले कलाकारों की क्षमताओं को ध्यान में रखना होता है। जो कोरियोग्राफर डांसर की क्षमताओं के अनुसार अपने ज्ञान का प्रयोग करता है, यकीनन उसके काम को काफी सराहा जाता है।
स्किल्स:- एक कोरियोग्राफर बनने के लिए आपके अंदर रचनात्मकता के साथ−साथ उसे सही तरीके से एक्जीक्यूट करना भी आना चाहिए। चूंकि आपका काम संगीत व नृत्य से जुड़ा है, इसलिए आपको संगीत की बेहतरीन समझ के साथ−साथ नृत्य की सभी विधाओं की जानकारी होनी चाहिए। कोरियोग्राफर का काम देखने में भले ही आसान लगता हो, लेकिन इसमें आपको कई−कई घंटों लगातार काम करना पड़ता है, इसलिए आपको कड़ी मेहनत करने के लिए तैयार रहना चाहिए। साथ ही आपका शारीरिक रूप से फिट होना व अपने कार्य में रूचि होना बेहतरीन आवश्यक है। यह ऐसा क्षेत्र है, जिसमें आपकी प्रैक्टिस आपके काम में निखार लाती है, इसलिए आपको कभी भी काम से छुट्टी नहीं मिलती। इन सबके अतिरिक्त अपने काम के प्रति जुनून, फोकस, लग्न, समर्पण व अनुशासन आपके काम को बेहतर बनाता है। कोर्स:- एक कोरियोग्राफर बनने के लिए पहले आपको डांस की बारीकियों को समझना होगा। इसके लिए आप किसी सरकारी या निजी संस्थान से डांस से संबंधित लॉन्ग या शॉर्ट टर्म कोर्स कर सकते हैं। इस क्षेत्र में आपको कोई खास एजुकेशन की आवश्यकता नहीं होती। आप बारहवीं या दसवीं के बाद भी कोर्स में दाखिला ले सकते हैं।
अवसरों की थिरकन:- एक कोरियोग्राफर बहुत सी जगहों पर अपने लिए संभावनाओं की तलाश कर सकता है। आजकल न सिर्फ फिल्मों में गाने को कोरियोग्राफ करने के लिए कोरियोग्राफर की आवश्यकता होती है, बल्कि टीवी डांस शो, स्टेज शो, वेडिंग प्लानिंग कंपनियां, मॉडलिंग एजेंसियां, इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों आदि को भी अपने काम के दौरान बेहतरीन कोरियोग्राफर की जरूरत पड़ती है। इसके अतिरिक्त बहुत से डांस स्कूल व डांस ग्रुप भी अपने यहां कोरियोग्राफर को हायर करते हैं। अगर आप किसी संस्थान के साथ जुड़कर काम नहीं करना चाहते तो आप खुद का डांस स्कूल भी खोल सकते हैं या फ्रीलांसर के तौर पर भी अपनी सेवाएं दे सकते हैं।
आमदनी:- कोरियोग्राफी के क्षेत्र में कमाई की कोई निश्चितता व सीमा नहीं है। आपकी आमदनी इस बात पर निर्भर करेगी कि आप किस जगह काम कर रहे हैं। अगर आप किसी ट्रेनिंग इंस्टीटयूट में बतौर डांस टीचर काम करते हैं तो 20−25 हजार रूपए प्रतिमाह कमा सकते हैं। वहीं अगर आपका काम लोगों को पसंद आता है और आप प्रसिद्धि प्राप्त करते हैं तो आपकी आमदनी लाखों में हो सकती है।
प्रमुख संस्थान: -श्यामक डावर सालसा डांस कंपनी, मुम्बई। -संगीत नाटक अकादमी, नई दिल्ली। -डांस वर्क्स परफॉर्मिंग आर्ट्स अकादमी, नई दिल्ली। -टैगोर इंटरनेशनल स्कूल, नई दिल्ली। -गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ डांस एंड म्यूजिक, भुवनेश्वर। -गान्धर्व महाविद्यालय, नई दिल्ली। -शंकर महादेवन अकादमी, बेंगलुरू। एजेंसी