स्थानीय लोगों में नगर पालिका प्रशासन के प्रति भारी रोष
- कूड़ा-कचरा डालने की जगह बन कर रह गया कलायत की लाइफ लाइन राजकीय महिला कॉलेज से बस स्टैंड जाने वाला रास्ता
कलायत। (सच कहूँ/अशोक राणा) राजकीय महिला कॉलेज से बस स्टैंड तक जाने वाले मुख्य रास्ते पर लगाया गया कचरा प्रबंधन प्लांट स्थानीय लोगों के लिए आफत बन गया है। शहर का सारा कूड़ा-कचरा इसी रास्ते पर डाले जाने को लेकर स्थानीय लोगों में नगर पालिका प्रशासन के प्रति भारी रोष है। स्थानीय निवासी कर्मवीर सिंह, सतपाल, विनोद, तेजपाल आदि ने बताया कि महिला कॉलेज से बस स्टैंड तक बने रास्ते के नजदीक पहले थोड़ा बहुत कूड़े का ढेर था लेकिन अब शहर का सारा कूड़ा करकट इसी रास्ते पर डाला जा रहा है।
बढ़ रहे कूड़ा करकट के ढेर व गंदगी के कारण आसपास बस्तियों के लोग परेशान है। जहां तेज हवा चलने पर कूड़ा कचरा उड़ कर उनके प्रतिष्ठानों तक बिखर रहा है वहीं कूड़ा करकट से उठ रही बदबू के कारण लोगों का वहां से निकलना व रहना भी दूभर होता जा रहा है। गंदगी के कारण आसपास क्षेत्र में बीमारी फैलने का खतरा भी उत्पन्न हो गया है। उन्होंने प्रशासन से जल्द से जल्द कूड़ा उठाए जाने की मांग की है।
कचरा गीला होने के कारण कचरा प्रबंधन में आ रही हैं समस्या
नगर पालिका एमई अशोक कुमार ने बताया कि कूड़ा निस्तारण के लिए करीब 92 लाख रुपए निर्धारित किए गए हैं। बरसात अधिक होने के कारण कचरा गीला हो गया है। इस कारण कचरा प्रबंधन में समस्या आ रही है। कचरा प्रबंधन के लिए एजेंसी को 621 रुपए प्रति टन के हिसाब से पेमेंट की जाएगी।
थोड़े से कूड़े के निस्तारण के लिए 92 लाख का टेंडर, बड़ी धांधली की आशंका
नगर निवासी ईश्वर सिंह, प्रमोद कासंल व मनोज कुमार ने बताया कि राजकीय महिला कॉलेज से बस स्टैंड तक जाने वाले रास्ते के पास मौजूद कूड़ा निस्तारण के लिए नगर पालिका प्रशासन द्वारा जो 92 लाख रुपए के टेंडर जारी किए गए हैं वह बहुत अधिक रकम है। इतने पैसे में तो कूड़ा और कहीं शिफ्ट कर वहां कूड़ा निस्तारण प्लांट लगाया जा सकता था। उन्होंने सरकार व डीसी डा. संगीता तेतरवाल से पूरे मामले की जांच किए जाने की मांग की है।
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