नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि दुनिया भर में आयुष उत्पादों की मांग लगातार बढ़ रही है और इसके निर्यात में इजाफा हुआ है। मोदी ने रविवार को आकाशवाणी पर अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 91वें संस्करण में देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के दौरान दुनिया भर में आयुष उत्पादों की रूचि देखी गई है। कोरोना के खिलाफ देशवासियों की लड़ाई अब भी जारी है। पूरी दुनिया आज भी जूझ रही है। उन्होंने कहा कि समग्र स्वास्थ्य देखभाल में लोगों की बढ़ती रुचि ने महामारी से निपटने में सभी की बहुत मदद की है। इसमें भारतीय पारम्परिक पद्धतियां उपयोगी हैं। मोदी ने कहा, ” कोरोना के खिलाफ लड़ाई में, आयुष ने तो, वैश्विक स्तर पर, अहम भूमिका निभाई है। दुनियाभर में आयुर्वेद और भारतीय औषधियों के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है।” उन्होंने कहा कि इसी कारण से आयुष निर्यात में रिकॉर्ड तेजी आई है और इस क्षेत्र में कई नए स्टार्ट अप सामने आ रहे हैं।
यह भारतीय जैव-विविधता का समृद्ध संग्रह है जिससे शोध को बढ़ावा मिलेगा
प्रधानमंत्री ने कहा कि हाल ही में वैश्विक आयुष निवेश एवं नवाचार सम्मेलन हुआ था। इसमें, करीब दस हजार करोड़ रूपए के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में, औषधीय पौधों पर शोध में भी बहुत वृद्धि हुई है। इस बारे में बहुत -से शोध प्रकाशित हो रहे हैं। निश्चित रूप से यह एक अच्छी शुरूआत है। मोदी ने कहा, ‘देश में विभिन्न प्रकार के औषधीय पौधों और जड़ी-बूटियों को लेकर एक और बेहतरीन प्रयास हुआ है। अभी-अभी जुलाई में इंडियन वर्चुअल हरबेरियम जारी किया गया। यह एक डिजिटल प्रयोग का उदाहरण है जिससे हम अपनी जड़ी बूटियों से जुड़े रह सकते हैं। यह भारतीय पौधों पौधों और उनके फूल पत्तियों तथा विभिन्न अंगों के बारे में रोचक संग्रह है। इसमें एक लाख से अधिक प्रजातियों और उनके बारे में सूचनाएं एकत्र की गई हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह भारतीय जैव-विविधता का समृद्ध संग्रह है जिससे शोध को बढ़ावा मिलेगा।
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