बरनावा। संगीत जगत में पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने एक बार फिर धूम मचा दी है। आपजी के अलौकिक सुरों और शानदार संगीत से सुसज्जित भजन ‘पाप छुपाके, पुण्य दिखाके करे बंदा तेरा शैतान, देख भगवान तेरा इन्सान तुझको समझे है नादान’ सोशल मीडिया प्लेटफार्म यू ट्यूब पर छा गया है। कुछ ही घंटों में 22 लाख से अधिक लोग इसे सुन चुके हैं। पूज्य गुरु जी ने रविवार अल सुबह जैसे ही इस भजन को अपने यू ट्यूब चैनल पर अपलोड किया तो देखते ही देखते ये सॉन्ग (गीत) बच्चे, युवा, अधेड़ के साथ-साथ बुजुर्ग महिला-पुरुषों तक की जुबां पर चढ़ गया और कुछ ही मिनटों में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। भजन के प्रति लोगों की दीवानगी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मात्र कुछ घंटों में 22 लाख से ज्यादा लोग इसे देख चुके थे और ये सिलसिला बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, दिल्ली, तमिलनाडू, गुजरात, बिहार सहित देश के विभिन्न राज्यों के साथ-साथ अमेरिका, कनाडा, न्यूजीलैंड, यूएई, आस्ट्रेलिया, जर्मनी, इटली, इंग्लैंड, दुबई और कुवैत सहित कई देशों में इस गीत को सुनते हुए व खुशी जताते हुए साध-संगत की वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब नजर आई। वर्णनीय है कि 5 मिनट 22 सैकिंड के इस भजन में पूज्य गुरु जी ने वर्तमान दौर की सच्चाई को समाज के सामने रखा है, वहीं मर रही इन्सानियत और रिश्तों की ओर भी ध्यान दिलाया है।
पूज्य गुरु जी का भजन संदेश दे रहा है कि आज के स्वार्थी युग में दोस्ती के नाम पर धोखे हो रहे हैं और पवित्र रिश्ते तार-तार हो रहे हैं। गर्ज के लिए लोग गधे को भी बाप बना लेते हैं। स्वार्थी इन्सान इतना चालाक हो गया है कि वो परमात्मा को भी नादान समझता है। आज का इन्सान जीवन में पवित्रता को त्याग काम-वासना का पुतला बन रहा है और सिर्फ मर्द-औरत का ही रिश्ता बाकी बचा है। आदमी का दिमाग इतना कुटिल हो गया है कि वो जलेबी की तरह बल पड़ गए हैं। परन्तु परमात्मा के सामने उसके छल कामयाब नहीं होते, वो ओउम, हरि, परमात्मा बिगड़े हुए इन्सान को गज की भांति सीधा कर देता है। भावार्थ परमात्मा के आगे किसी की चालाकी नहीं चलती। यह गीत सरल व मुहावरेदार हिन्दी भाषा में है। यह भजन छन्द विधान और अलंकारों से सुसज्जित है। शब्द चयन भी अद्भुत है। पूज्य गुरु जी ने इस भजन को शाह सतनाम जी आश्रम बरनावा, जिला बागपत (उत्तर प्रदेश) में लॉन्च किया। बता दें कि पूज्य गुरु जी ने स्वयं इस अद्भुत, अनुपम भजन को लिखा, स्वरबद्ध किया, संगीत से सजाया, कंपोजिंग के साथ-साथ म्यूजिक सहित सभी कार्य स्वयंमेव संपूर्ण किए हैं।
पाप छुपाके पुण्य दिखाके
करे बन्दा तेरा शैतान
देख भगवान तेरा इन्सान
तुझको समझे है नादान
हो हो…हूं हूं…
यार मार रिश्ते करे तार-तार
कड़वा बोल करे दिलों पे ये घाव
ग़र्ज लिए गधे को बनाए बाप
वरना बाप अंजान समान
देख भगवान तेरा इन्सान
तुझको समझे है नादान
काम वासना का पुतला बनके
बिखेरे रिश्ते नातों के ये मणके
मर्द-औरत का रिश्ता ही बच रहा
रिश्ते जल रहे बिन शमशान
देख भगवान तेरा इन्सान
तुझको समझे है नादान
मीत कहे सुन मेरे रे प्रभु
शैतान बंदा बन रहा इसे रोक ले तू
जलेबी जैसे बल तेरे बन्दे सुनले
ओम सतनाम करे ग़ज समान
देख भगवान तेरा इन्सान
तुझको समझे है नादान
पाप छुपाके पुण्य दिखाके
करे बन्दा तेरा शैतान
देख भगवान तेरा इन्सान
तुझको समझे है नादान
हो हो…हूं हूं…
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