-राजीव गांधी थर्मल पावर प्लांट में कोयला आपूर्ति रोकने के लिए उखाड़े रेलवे ट्रैक के 64 लॉक
-सिख फॉर जस्टिस संगठन ने वीडियो जारी कर ली जिम्मेदारी
-सूचना मिलते ही एसपी लोकेंद्र सिंह, एएसपी पूजा वशिष्ठ, डीएसपी अजय कुमार मौके पर पहुंचे
बरवाला (सच कहूँ न्यूज)। हिसार के बरवाला के राजीव गांधी थर्मल पावर प्लांट में कोयला आपूर्ति रोकने की बड़ी साजिश का पदार्फाश हुआ है। खेदड़ पावर प्लांट तक कोयले की आपूर्ति पहुंचाने को बनाई गए रेलवे ट्रैक के 64 लाक उखड़े मिले हैं। शनिवार को जब रेलवे की टीम रेलवे लाइन का निरीक्षण कर रही थी तो उनको रेलवे लाइन को स्लीपर से बांधने वाले लाक गायब मिले। रेलवे के कर्मचारियों ने इसकी सूचना रेलवे के इंजीनियरों को दी। सूचना मिलने के कुछ ही देर में रेलवे के एसई और एक्सईएन मौके पर पहुंचे और मुआयना किया।
रेलवे ने स्थानीय पुलिस को भी मामले से अवगत करवाया। बरवाला पुलिस ने इसकी जानकारी एसपी लोकेंद्र सिंह को दी। एसपी ने घटना की गंभीरता को देखते हुए खुद रेलवे लाइन का दौरा किया। उनके साथ एएसपी पूजा वशिष्ठ, सीआइडी के डीएसपी अजय कुमार शर्मा भी मौजूद रहे। पुलिस इस घटना की जांच कर रही है। एसपी ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं। इसके बाद कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में ये कहा
रेल पटरी उखाड़ने की जिम्मेदारी खालिस्तान समर्थक प्रतिबंधित संगठन सिख्स फार जस्टिस (एसएफजे) ने ली है। एसएफजे प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने इससे जुड़ा एक वीडियो जारी किया। पन्नू ने वीडियो में रेल पटरी उखाड़े जाने की जिम्मेदारी ली। पन्नू ने कहा कि 15 अगस्त 2022 को पूरे देश को अंधेरे में धकेल दिया जाएगा। देश के सभी थर्मल पावर प्लांट में कोयले की सप्लाई बाधित कर दी जाएगी। यह तो शुरूआत है। अब देश के सभी थर्मल पावर प्लांट की कोयला सप्लाई बाधित की जाएगी।
खेदड़ पावर प्लांट को लेकर दिया था धरना, हिंसा में एक हो चुकी मौत
बता दें कि आठ दिन पहले खेदड़ पावर प्लांट में राख के उठान की मांग को लेकर ग्रामीणों का धरना चल रहा था। इसी दौरान मंच से ऐलान किया गया कि डीसी को ज्ञापन सौंपेंगे और रेलवे ट्रैक पर शांतिपूर्वक धरना देंगे। आंदोलनकारी पावर प्लांट तक कोयले की आपूर्ति रोकना चाहते थे। मगर पुलिस ने बेरिगेड कर आंदोलनकारियों को रोकना चाहा। मगर आंदोलनकारियों ने ट्रैक्टरों से बेरिगेट तोड़ डाले। इस हिंसा में एक प्रदर्शनकारी किसान की मौत हो गई थी और नौ अन्य घायल हो गए थे जिसमें चार पुलिसकर्मी भी शामिल थे। इस मामले में पुलिस ने 10 नामजद सहित 700 प्रदर्शनकारियों पर हत्या व हत्या प्रयास जैसे मामलों में केस दर्ज कर लिया था।
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