उदयपुर (सच कहूँ न्यूज)। राजस्थान में उदयपुर की घटना के मद्देनजर भीलवाड़ा जिले में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है जबकि भीलवाड़ा, अजमेर, टोंक एवं नागौर जिले में आगामी चौबीस घंटों के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार उदयपुर घटना के बाद संभावित उत्पन्न तनाव के मद्देनजर इन चारों जिलों में प्रशासन ने आगामी चौबीस घंटों के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई जबकि भीलवाड़ा जिले में धारा 144 लगा दी गई। पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू ने बताया कि इस घटना के बाद पुलिस स्थिति पर नजर रखे हुए है और भीलवाड़ा में चौकसी बढ़ा दी गई है।
उन्होंने बताया कि सभी थाना प्रभारियों को सतर्क किया गया है और संवेदनशील इलाकों में विशेष नजर रखी जा रही है। उल्लेखनीय है कि उदयपुर में एक व्यक्ति की धारधार हथियार से हत्या कर दी गई और इसके बाद उदयपुर में तनाव व्याप्त हो गया। वहीं मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस हत्याकांड के तार दावत-ए-इस्लामी से जुड़े हो सकते है। इस बीच सीएम गहलोत ने कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय साजिश हो सकती है। उधर एनएआई ने अपनी जांच तेज कर दी है। कल ही एनएआई की टीम उदयपुर घटना स्थल पर पहुंची और अपनी जांच आरंभर कर दी है।
पुलिस ने अब तक इस केस में 7 लोगों को गिरफ्तार किया
कन्हैया हत्याकांड केस में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कल ही कर लिया था। पुलिस ने अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि यह अंतर्राष्टÑीय साजिश हो सकती है। देश में माहौल खराब करने की साजिश है।
बालकनाथ ने उदयपुर में दिनदहाड़े युवक की हत्या की निंदा की
राजस्थान के अलवर सांसद महंत बालकनाथ योगी ने उदयपुर में एक युवक की दिनदहाड़े हत्या की घटना की कड़ी निंदा करते हुए राज्य की कांग्रेस सरकार पर उसके शासन में प्रदेश आतंक का गढ़ बन जाने का आरोप लगाया है। महंत बालकनाथ ने अपने बयान में कहा कि इस मामले के आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आम आदमी की दिनदहाड़े हत्या और उसके बाद देश के प्रधानमंत्री को हत्या की धमकी और वीडियो जारी करना लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है।
उन्होंने कहा कि इसे रोकने के लिए जनता को सामूहिक रूप से एकजुट होना पड़ेगा, क्योंकि कांग्रेस सरकार इसमें बिल्कुल असफल रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार तुष्टिकरण की राजनीति में वोट बैंक के लिए समुदाय विशेष के लोगों पर कार्यवाही से सदैव बचती रही है, जिसमें कहीं न कहीं स्वयं सरकार भी शामिल है। जिसका खामियाजा प्रदेश में रह रहे हिंदुओं को भुगतना पड़ रहा है। हिंदू धर्म स्थलों पर बुलडोजर, त्योहारों पर धारा 144 और आए दिन उन पर हमला स्पष्ट कर रहा है कि प्रदेश के अंदर गृह युद्ध के हालात बनते जा रहे हैं जिसको रोकने में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पूर्णतया असफल रहे हैं।
राज्य सरकार की शह से अपराधियों के हौंसले बुलंद: वसुंधरा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राज्य सरकार पर उसकी शह के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि इससे प्रदेश में साम्प्रदायिक उन्माद एवं हिंसा की स्थिति उत्पन्न हो गई है। श्रीमती राजे ने उदयपुर में दिन दहाड़े अपनी दुकान पर काम कर रहे एक व्यक्ति की हत्या कर देने के मामले को लेकर आज यह बात कही।
उन्होंने कहा कि उदयपुर में एक निर्दोष युवक की दिन दहाड़े निर्मम हत्या से स्पष्ट हो गया है कि राज्य सरकार की शह के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद है और प्रदेश में साम्प्रदायिक उन्माद एवं हिंसा की स्थिति उत्पन्न हो गई है। उन्होंने कहा कि अपराधी इतने बैखोफ हैं कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लेकर हिंसक बयान दिया है। उन्होंने कहा कि घटना में लिप्त सभी अपराधियों को सख्त सजा मिले और इस घटना के पीछे जिन लोगों का हाथ है, राज्य सरकार को उन्हें भी बेनकाब कर गिरफ़्तार करना चाहिए।
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