नई दिल्ली (सच कहूं न्यूज)। देश में ही बनाया गया उन्नत हल्का हेलीकॉप्टर मार्क-3 मंगलवार को तटरक्षक बल की शान बन गया। इन हेलीकॉप्टरों को नवसृजित 835 स्क्वाड्रन में शामिल किया गया है। इन हेलीकॉप्टरों को गुजरात के पोरबंदर में भारतीय तटरक्षक बल के एयर एन्क्लेव में स्क्वाड्रन में शामिल किया गया। तटरक्षक बल के महानिदेशक वीएस पठानिया ने इस मौके पर आयोजित समारोह की अध्यक्षता की। इस समारोह में पोरबंदर और गुजरात क्षेत्र में स्थित विभिन्न सैन्य और असैन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। इस स्क्वाड्रन का चालू होना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ की परिकल्पना के अनुरूप खोज एवं बचाव (एसएआर) और समुद्री निगरानी के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इन हेलिकॉप्टरों का निर्माण हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने देश में ही किया है। इनमें उन्नत रडार के साथ-साथ इलेक्ट्रो ऑप्टिकल सेंसर, शक्ति इंजन, पूर्ण ग्लास कॉकपिट, उच्च तीव्रता वाली सर्चलाइट, उन्नत संचार प्रणाली, स्वचालित पहचान प्रणाली के साथ-साथ एसएआर अभिलक्ष्यक सहित अत्याधुनिक उपकरण शामिल हैं। ये विशेषताएं इन्हें समुद्र में गश्त करने के साथ-साथ दिन और रात दोनों में खोज एवं बचाव कार्य करने में सक्षम बनाती हैं।
अब तक 13 एएलएच मार्क-3 विमानों को चरणबद्ध तरीके से भारतीय तटरक्षक बल में शामिल किया गया है और इनमें से चार विमान पोरबंदर में तैनात हैं। स्क्वाड्रन ने 1,200 घंटे से अधिक उड़ान भरी है और दीव तट से पहली रात खोज एवं बचाव मिशन सहित कई परिचालन मिशन संचालित किए हैं। 835 स्क्वाड्रन (सीजी) की कमान कमांडेंट सुनील दत्त के हाथों में है। इस स्क्वाड्रन से गुजरात में तटरक्षक बल की क्षमता बढ़ेगी और देश की समुद्री सुरक्षा को और मजबूत किया जा सकेगा।
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