शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने पर सीबीएसई शिक्षकों को देगा 50 हजार का पुरस्कार

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  • आनर फार एक्सीलेंस इन टीचिंग एंड स्कूल लीडरशिप कार्यक्रम के तहत 20 जून तक करें आवेदन

सरसा (सच कहूँ न्यूज)। शिक्षा की गुणवत्ता और सीखने की ललक पैदा करने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा। शिक्षकों और प्रधानाचार्यों को 50 हजार रुपये का पुरस्कार मिलेगा। इस कार्य में अनुकरणीय योगदान देने वाले शिक्षकों को प्रोत्साहित करने के लिए सीबीएसई ने विशेष कार्यक्रम शुरू किया है। आनर फार एक्सीलेंस इन टीचिंग एंड स्कूल लीडरशिप कार्यक्रम के तहत पुरस्कार पाने के लिए शिक्षक 20 जून तक आवेदन करना होगा। नकद राशि के साथ सम्मानित होने वाले शिक्षक को योग्यता प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा।

10 साल की नियमित सेवा जरूरी

बोर्ड की ओर से जारी पत्र के अनुसार, वर्तमान में सीबीएसई से संबंधित निजी स्कूलों में कार्यरत शिक्षक है। जिन्होंने सीबीएसई या किसी अन्य मान्यता प्राप्त बोर्ड में शिक्षक के रूप में कम से कम 10 साल की नियमित सेवा 31 मार्च 2022 तक पूरी कर ली है। वह आवेदन कर सकते हैं। वहीं सीबीएसई से संबंधित निजी स्कूलों के ऐसे प्रिंसिपल जिन्होंने नियमित रूप से शिक्षक के रूप में सेवा के 10 साल पूरे करने के अलावा प्रधानाचार्य के रूप में पांच वर्ष पूरे हो गए हैं, वे इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। जांच के बाद देश भर के योग्य शिक्षकों को ही यह पुरस्कार दिया जाएगा। सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन किए जा सकते हैं।

यह दस्तावेज देना है जरूरी

आवेदक का वचन पत्र, जन्म प्रमाणपत्र, विद्यालय के अध्यक्ष या प्रबंधक द्वारा प्रस्तुत किया गया सतर्कता अनापत्ति प्रमाणपत्र, अध्यक्ष या प्रबंधक द्वारा प्रस्तुत सतत और नियमित सेवा का प्रमाणपत्र। इस प्रमाणपत्र में यह सत्यापित करना होगा कि आवेदक की सेवा में पिछले 10 या 15 साल में कोई विराम नहीं है। इसके अलावा कक्षा 10वीं, 11वीं और 12वीं समकक्ष के प्रमाणपत्र, डिग्री और अंक विवरण, स्नातक स्तर की पढ़ाई, पोस्ट ग्रेजुएशन और एनटीटीई या बीएलएड या बीएड व अन्य प्रमाणपत्र।

फर्जी पाए जाने पर वापस करना पड़ेगा सम्मान

बोर्ड की ओर से जारी पत्र के अनुसार, आवेदन के समय शिक्षकों को एक वचन पत्र भी देना होगा। जिसमें उन्हें लिखना होगा कि प्रस्तुत किए गए सभी विवरण सही हैं और अपलोड किए गए दस्तावेज असली हैं। यदि किसी भी स्तर पर कुछ गलत या जाली पाया जाता है, तो आवेदन अस्वीकृति के लिए स्वयं उत्तरदायी होंगे और प्रदान किया गया सम्मान भी वापस करेंगे। नियम के अनुसार गलत जानकारी देने पर सजा का भी प्रावधान है।

‘‘डीएवी स्कूल के प्रधानाचार्य राजीव उतरेजा ने बताया कि शिक्षा की गुणवत्ता और सीखने की ललक पैदा करने वाले शिक्षकों को पुरस्कार देकर बोर्ड द्वारा सम्मानित किया जाएगा। इसके लिए शिक्षकों को आवेदन करना होगा।

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