- महम स्थित राजकीय बहुतकनीकि संस्थान में बतौर सिविल लेक्चचर तैनात था हिसार निवासी प्रदीप
- परिजनों ने संस्थान के कर्मचारियों पर मानसिक प्रताड़ना का लगाया आरोप
रोहतक (नवीन मलिक)। महम स्थित राजकीय बहुतकनीकी संस्थान में बतौर सिविल लेक्चचर के पैद पर तैनात एक युवक ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने पर पुलिस पीजीआई पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों ने संस्थान के कर्मचारियों पर उनके बेटे को मानसिक रूप से परेशान करने का भी आरोप लगाया। साथ ही मृतक ने मरने से पहले अपनी ई-मेल पर नामजद आरोपियों के नाम सुसाइड नोट में लिखे हैं। पुलिस ने इस संबंध में मृतक के पिता की शिकायत पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार हिसार के रावलवास खुर्द निवासी जयबीर ने बताया कि उसका बेटा प्रदीप महम स्थित राजकीय बहुतकनीकी संस्थान में बतौर सिविल लेक्चचर तैनात था। तीन दिन के लिए वह कॉलेज के काम से चंडीगढ़ गया हुआ था। जब वापिस आया तो वह काफी परेशान चल रहा था। जब परिजनों ने प्रदीप से इस बारे में पूछा तो उसने बताया कि पिछले काफी दिनों से कॉलेज के कर्मचारी काफी तंग व परेशान कर रहे हैं और कॉलेज में भी उसकी छवि धूमिल करने व नौकरी न करने की धमकी दे रहे हैं। साथ ही इस पूरे प्रकरण में प्राचार्य भी शामिल हैं। जयबीर ने बताया कि 13 जून को प्रदीप घर से कॉलेज के लिए गया था।
नामजद आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज
इसी दौरान दोपहर को उसके पास फोन आया कि प्रदीप ने कोई जहरीला पदार्थ निगल लिया है, जिस पर उसे ईलाज के लिए पीजीआई में भर्ती कराया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर परिजन पीजीआई पहुंचे और इसे बारे में पता किया। जयबीर ने बताया कि प्रदीप की ईमेल से एक प्रिंट आऊट मिला, जिसमें प्रदीप ने साफ-साफ हिंदी में अपने मौत की वजह व नामजद लोगों को बताया है। जयबीर के पिता ने आरोप लगाया कि कॉलेज के कर्मचारियों ने प्रदीप को इतनी मानसिक प्रताड़ना दी की उसने मजबूर होकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने इस संबंध में जयबीर की शिकायत पर नामजद आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की गहनता से जांच पड़ताल कर रही है।
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