गिरफ्तारी से पहले सात दिन का नोटिस देने की मांग
मोहाली (सच कहूँ न्यूज)। पंजाब के पूर्व खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशु के खिलाफ दो हजार करोड़ के टेंडर घोटाले का आरोप लगा है। मंत्री पर ठेकेदारों ने आरोप लगाए थे कि पंजाब की मंडियों में लेबर और ट्रांसपोर्टेशन के टेंडर में गड़बड़ी की गई है। फिलहाल मामले में विजिलेंस ने जांच शुरू कर दी है। वहीं अब इस मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए आशु ने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत को लेकर याचिका दायर की है। याचिका में उसे गिरफ्तार करने से पहले सात दिन पूर्व का नोटिस देने की मांग की गई है। आशू ने हाईकोर्ट में दायर याचिका में कहा कि उनके खिलाफ यदि कोई शिकायत है तो उसकी सही ढंग से जांच की जाए। राजनीतिक बदलाखोरी के मकसद से पंजाब की आप सरकार कार्रवाई न करे। हाईकोर्ट में जल्द इस मामले की सुनवाई हो सकती है। आशू पर फूड एवं सिविल सप्लाई डिपार्टमेंट में दो हजार करोड़ के टेंडर में घोटाले का आरोप है, जिसकी जांच पंजाब विजिलेंस ब्यूरो कर रहा है। आशू को कभी भी गिरफ्तार किया जा सकता है।
20-25 लोगों को टेंडर देकर फायदा पहुंचाया
आशू पर 2 हजार करोड़ के टेंडर घोटाले का आरोप लगाया जा रहा है। विजिलेंस इसकी जांच कर रही है। आशू पर छोटे ठेकेदारों ने आरोप लगाए थे कि पंजाब की मंडियों में लेबर और ट्रांसपोर्टेशन के टेंडर में गड़बड़ी की गई। छोटे ठेकेदारों को नजरअंदाज कर 20-25 लोगों को फायदा पहुंचाया गया। हालांकि आशू का कहना है कि यह टेंडर डीसी की अगुवाई वाली कमेटियां अलॉट करती हैं। उनके खिलाफ साजिश के तहत आरोप लगाए जा रहे हैं।
आरोपों को नकार चुके भारत भूषण आशू
आशू अपने ऊपर लगे आरोपों को नकार चुके हैं। उनका कहना है कि यह टेंडर जिला स्तर पर डिप्टी कमिश्नर की कमेटी मंजूर करती है। इसलिए उन्हें इसके लिए जिम्मेदार ठहराना सही नहीं है। वह इसे राजनीतिक बदलाखोरी के लिए साजिश करार दे चुके हैं।
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