चंडीगढ़ (सच कहूँ/एम.के. शायना)। हरियाणा सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक ‘हरियाणा 112’ के माध्यम से लगभग 10 माह की छोटी सी अवधि में 46 लाख नागरिकों की मदद की गई। 112 के स्टेट नोडल अधिकारी ए.एस. चावला ने बताया कि साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 को आज हरियाणा 112 से जोड़ा गया है। राज्य भर से 1930 से संबंधित कॉलों की लैंडिंग 112 पर शुरू हो गई है। हरियाणा 112 प्रणाली में 1930 सेवा से संबंधित मानक संचालन प्रक्रियाओं को सफलतापूर्वक शामिल किया गया है, ताकि पीड़ितों को तत्काल और जवाबदेह आपातकालीन सेवाएं प्रदान की जा सकें। उन्होंने कहा कि जहां अगस्त 2021 में कॉलों की संख्या 3,87,799 थी, वहीं यह आंकड़ा मई 2022 में बढ़कर 5,03,369 पहुंच गया है। प्रदेशवासियों से प्राप्त फीडबैक रिपोर्ट से पता चलता है कि संतुष्टि का स्तर अगस्त 2021 में 91.23 प्रतिशत से बढ़कर मई 2022 में 94.88 प्रतिशत हो गया है। इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में पंचकूला में आयोजित राज्य स्तरीय सुशासन दिवस समारोह में हरियाणा 112 परियोजना को प्रथम पुरस्कार मिला था।
इस संबंध में, राज्य आपातकालीन प्रतिक्रिया केन्द्र (एसईआरसी) में मूक-बधिर लोगों के लिए वीडियो कॉल और मैसेजिंग ऐप सुविधा से लैस एक विशेष सेल की स्थापना की गई है। ऐसी कॉलों से निपटने के लिए एसईआरसी में 24 घंटे सांकेतिक भाषा विशेषज्ञों को तैनात किया गया है। अब दिव्यांगजन भी 112 पर एसएमएस भेजकर या पैनिक बटन दबाकर या 112 डायल करके 5 सेकंड के बाद 8 बटन दबाकर हरियाणा 112 सिस्टम से संपर्क साध रहे हैं। वर्तमान में, यह परियोजना गुरुग्राम और फरीदाबाद जिलों में 101 और 108 की अतिरिक्त सेवाओं के साथ समस्त राज्य में 100, 112, 1073, 1091 और 1930 की एकीकृत आपातकालीन सेवाएं प्रदान करती है।
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