अंडर-20 आयु वर्ग की 1500 मीटर दौड़ में जीता कांस्य पदक
- आॅल इंडिया कैंप के लिए हो चुका है चयन
- जिला वासियों ने ललिता को दी बधाई, की उज्जवल भविष्य की कामना
सरसा(सच कहूँ/सुनील वर्मा)। खेलो इंडिया यूथ गेम्स के चौथे दिन एथलेटिक्स में सरसा की बेटी ने भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए हरियाणा की झोली में एक पदक डाला। मंगलवार को चौधरी देवी लाल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स पंचकुला में हुई 1500 मीटर दौड़ में जिले के गांव चौटाला निवासी ललिता पुत्री सुरजीत सिंह ने तीसरा स्थान हासिल कर अपने खेल का परचम लहराया। जोकि सरसा जिला के लिए गौरव की बात है। ललिता की इस उपलब्धि पर परिजनों सहित जिला शिक्षा अधिकारी संत कुमार बिश्रोई, सहायक शिक्षा अधिकारी खेल अनिल कुमार, जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी सुदेश कुमार, एथलेटिक्स हरियाणा के सचिव राजकुमार मिटान, जिला एथलेटिक्स कोच प्रियंका, संजय कुमार तथा जिलाभर के खेल प्रेमियों ने उन्हें व उनके प्रशिक्षकों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
ललिता चौटाला के गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में खोली गई एथलेटिक्स नर्सरी में डीपीई प्रवीण कुमार व एथलेटिक्स कोच शमीर्ली के मार्गदर्शन में अपने खेल का अभ्यास करती है। बता दें कि मंगलवार को हुई 1500 मीटर लड़कियों की दौड़ प्रतियोगिता में मणिपुर की धावक पहले व कनार्टका की धावक दूसरे नंबर पर रही है। जबकि तीसरा स्थान हरियाणा की ओर से सरसा की ललिता ने हासिल किया है।
किसान की बेटी है ललिता
चौटाला के सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पढ?े वाली ललिता के पिता सुरजीत सिंह एक किसान है जबकि माता बिमला देवी एक गृहणी है। उनके सात बच्चे है। जिनमें 6 लड़कियां और एक लड़का है। जिनमें ललिता चौथे नंबर आती है। लेकिन ललिता के माता-पिता ने कभी भी लड़का-लड़की में कोई भेदभाव नहीं किया और उन्हें लड़कों से अधिक प्यार दिया। जिसका परिणाम है कि आज बेटी ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स में जिला का नाम जिला, राज्य हरियाणा ही नहीं बल्कि पूरे देश में रोशन किया है। वहीं अब उनकी छोटी बहन लाजवंती भी हर्डल रेस में अपना भाग्य अजमाने लगी है।
आॅल इंडिया कैंप के लिए हो चुका है चयन
ललिता पिछले तीन साल से एथलेटिक्स में स्टेट गोल्ड मेडलिस्ट है और इसके अलावा अंडर-19 के फेडरेशन कप, यूथ स्टेट, यूथ नेशनल अंडर-18 स्टेट, अंडर-20 स्टेट में भी गोल्ड मेडल जीत चुकी है। इसके अलावा गुहाटी में हुए खेलों में भी स्वर्ण पदक जीत चुकी है। 2 से 4 जून को गुजरात के नडियाद में हुए अंडर 19 फेडरेशन कप में ललिता ने चौथा स्थान हासिल किया है। जिसके पश्चात इनका चयन आॅल इंडिया कैंप के लिए हुआ है।
चौटाला नर्सरी में है 25 एथलीट
चौटाला के गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में स्थापित एथलेटिक्स खेल नर्सरी में 25 लड़कियां डीपीई प्रवीण कुमार व एथलेटिक्स कोच शमीर्ली के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण ले रही है। इनमें से पांच छात्राएं आॅल इंडिया यूनिवर्सिटी में भाग ले चुकी है। जबकि 3 खिलाडि?ों ने नेशनल प्रतियोगिता में भाग लिया। जिनमें से एक मेडल लिस्ट है। वहीं नर्सरी में प्रशिक्षण ले रही 5 स्टेट मेडल लिस्ट है।
खेलो इंडिया यूथ गेम्स एथलेटिक्स की 1500 मीटर दौड़ में कांस्य पदक विजेता जिला के गांव चौटाला निवासी ललिता ने सच कहूँ से विशेष बातचीत में कहा कि उन्हें इन खेलों में मेडल जीतकर बेहद खुशी हो रही है और उनका सपना एक दिन ओलंपिक में देश के लिए मेडल जीतना है। आगे कहा कि वह नर्सरी के एशियन गोल्ड मेडलिस्ट कोच प्रवीण कुमार के मार्गदर्शन में रोजाना सुबह-शाम अपने खेल का अभ्यास करती हूँ। जिसकी बदौलत आज वह इस मुकाम पर पहुंची है।
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