सच कहूँ/राजू
ओढां। पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी महाराज की पावन जन्मस्थली गांव श्री जलालआणा साहिब के मौजमस्तपुरा धाम में नामचर्चा का आयोजन किया गया। भीषण गर्मी की परवाह किए बगैर नामचर्चा में बड़ी संख्या में साध-संगत ने शिरकत कर गुरुयश का लाभ उठाया। बेनती भजन के साथ प्रारंभ हुई नामचर्चा में कविराजों ने भजनों व कव्वालियों के जरिए गुरुयश गाया। इस अवसर पर प्रेमी ओमप्रकाश कालांवाली ने गुरु नगरी में पहुंचने पर समस्त साध-संगत का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस पावन धरा को दुनियाभर की साध-संगत सजदा करती है। वे भाग्यशाली जीव हैं, जो इस पावन धरा पर नामचर्चा में पहुंचे। उन्होंने समस्त साध-संगत से आह्वान किया कि पूज्य गुरु जी द्वारा चलाए जा रहे मानवता भलाई कार्यांे को बढ़-चढ़कर गति देनी है। इस समय भयंकर गर्मी का प्रकोप चल रहा है। ऐसे में साध-संगत जीव-जंतुओं के लिए चोगे-पानी का प्रबंध अवश्य करें। उन्होंने साध-संगत से आह्वान किया कि सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही किसी तरह की अफवाहों पर ध्यान न देकर अपने सतगुरु पर विश्वास रखते हुए सेवा सुमिरन करें। नामचर्चा के दौरान साध-संगत ने हाथ खड़े कर ये प्रण लिया कि वे पूज्य गुरु जी द्वारा मानव हित में चलाए जा रहे 139 कार्यांे को बढ़-चढ़कर गति देंगे। नामचर्चा के समापन अवसर पर पूर्व सरपंच जमनादास इन्सां ने पावन गं्रथ से संत महापुरुषों के अनमोल वचन पढ़कर सुनाए। इस अवसर पर साध-संगत द्वारा ठंडे-मीठे पानी की छबील लगाई गई। साध-संगत ने लाइनों में बैठकर लंगर ग्रहण किया।
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