यमुनानगर (सच कहूँ न्यूज)। पिछले दिनों हरियाणा के करनाल में पकड़े गए आतंकवादियों ने जिस गाड़ी का इस्तेमाल किया था, वह फर्जी रजिस्ट्रेशन की गाड़ी थी। सीआईए ने इस मामले में नितिन शर्मा को गिरफ्तार किया है। उसका फर्जी रजिस्ट्रेशन भी यमुनानगर के उसी फर्जी आरसी घोटाले का हिस्सा है, जिसमें एक हजार के लगभग रजिस्ट्रेशन किए गए थे। पूछताछ में अंबाला के नितिन शर्मा ने बताया कि उसने 70 गाड़ियों का फर्जी रजिस्ट्रेशन करवाया था। उसने दिल्ली के पवन नामक व्यक्ति से 13 गाड़ियां ली थी। उनमें से सात गाड़ियां जम्मू के राम नारायण जलवा को दी थी। जलवा ने यह गाड़ियां आतंकवादियों को दी थी, जो पंजाब से हरियाणा के रास्ते गाड़ियों में हथियार रख कर कहीं ले जा रहे थे। उन्हें करनाल पुलिस ने पकड़ा था। यमुनानगर के डीएसपी आशीष चौधरी ने पत्रकारों को बताया कि जम्मू-कश्मीर में रामनारायण जलवा को पकड़ा गया। जिसने पूछताछ में जानकारी दी थी। जिसके आधार पर नितिन को गिरफ्तार किया गया। वहां से करनाल पुलिस उसे प्रोडक्शन वारंट पर लाई, जहां से यमुनानगर पुलिस भी उसे उपचार के लिए प्रोडक्शन वारंट पर लाई है।
तीन साल में 906 गाड़ियों के फर्जी रजिस्टेÑशन हुए
चौधरी ने बताया कि पूछताछ में अभी तक यह पता चला है कि 2019 से लेकर 2022 तक 906 गाड़ियों के बिलासपुर व जगाधरी में फर्जी रजिस्ट्रेशन किए गए। इन फर्जी रजिस्ट्रेशन के लिए नितिन लोकल एड्रेस के कागजात उपलब्ध करवाता था। इस संबंध में पहले ही रजिस्ट्रेशन कार्यालय के अमित और सुनील चितकारा को गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि पूछताछ में यह भी पता चला है कि आर्थिक घोटाले में कुछ और लोग भी शामिल थे ऐसे लोगों से पूछताछ की जाएगी।
मिलिट्री गाड़ियों के बदलते थे इंजन नंबर
फर्जी आर सी घोटाले के तार काफी दूर-दूर तक जुड़े हुए हैं। यह लोग मिलिट्री की गाड़ियां आॅक्शन में लेकर उनकी गाड़ियों के इंजन नंबर बदलकर उसकी जगाधरी में आरसी बनाते थे। इसके लिए एनओसी की जरूरत नहीं होती और टैक्स भी कम भरना पड़ता है, जिससे सरकार को भी करोड़ों रुपये का चूना लगा है। अब इसमें देखना होगा और किन-किन लोगों की गिरफ्तारियां होती हैं।
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