साध-संगत हर साल करती है पौधारोपण, साथ ही दूसरों को मानवता भलाई कार्यों के लिए करते हैं प्रेरित
ऑस्ट्रेलिया (सच कहूँ न्यूज)। आज हर इंसान अपनी भौतिक जीवन में पैसा कमाने के लिए इतना मस्त और व्यस्त हो चुका है, की उसके पास अपनों के लिए ही समय नहीं है। बेशक आज हम टेक्नोलॉजी का सहारा लेकर ऐशो आराम महसूस कर रहे हैं, परन्तु इस संदर्भ में हम प्रकृति को बहुत बड़ा नुक्सान पहुंचा रहे हैं। इंसान ने अपनी ऐशपरस्त जिंदगी के लिए ना जाने कितने पेड़ पौधों की बलि चढ़ा दी है, जिसकी कोई संख्या ही नहीं है। इसके विपरीत वातावरण को बचाने की बात तो हर जगह उठती है मगर उसपर अमल जितना होना चाहिए उतना नहीं होता। मगर इस सबके बीच सुख सम्पन, ऐशो आराम की दुनिया में करोड़ों लोग ऐसे भी है, जो अपनी निजी जिंदगी में ना दूसरों का सहारा बनते है साथ-साथ पर्यावरण को बचाने के लिए पौधा रोपण करते हैं बात हो रही है डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालुओं की जो हर साल अपने मुर्शिद कामिल के एक इशारे पर घूटते जा रहे वातावरण में जान डालने के लिए लाखों पेड़-पौधे लगाकर उसे पुनर्जीवित करने की न केवल कोशिश कर रहें हैं बल्कि उसके ऊपर 100 फीसदी पहरा दे रहें है।
इसी कड़ी के तहत 28 मई दिन शनिवार को आॅस्ट्रेलिया में पर्थ की साध-संगत द्वारा अपने व्यस्तम समय से समय निकालकर व अपनी नौकरी से छुट्टी लेकर साल 2022 का पहला पौधरोपण किया गया। बतादें की यह अभियान पर्थ ‘एनआरएम एंड फ्रेंड्स आॅफ पॉइंट पर्सन’ की देखरेख में सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक चलाया गया। जिसमें साध-संगत द्वारा 2000 से अधिक पौधे लगाए गए। जैसे ही आॅस्ट्रेलिया में (पर्थ) की शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के सेवादारों को पौधरोपण की सूचना मिली तो सेवादारों की खुशी का कोई ठिकाना ही नहीं रहा। इस अभियान में शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के भाई-बहनों सहित पर्थ एनआरएम के सदस्यों ने भाग लिया। अभियान की समाप्ति के बाद स्थानीय साध-संगत द्वारा सेवादारों के लिए लंगर भोजन की व्यवस्था भी की गई थी जिसे पर्थ कम्युनिटी के सदस्यों सहित साध-संगत ने श्रद्धा से ग्रहण किया। सेवादारों द्वारा पर्यावरण को बचाने के लिए किए गए इस पुनीत कार्य की ना केवल सराहना की बल्कि समाज को ऐसी संस्था से सिख लेने की भी अपील की।
ऑस्ट्रेलिया में विभिन्न राज्यों में मौजूद साध-संगत हर साल पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की अपार रहमत से विशाल पौधरोपण करती है। यह पौधरोपण मई से अगस्त तक प्रति शनिवार के दिन अलग-अलग राज्यों की साध-संगत द्वारा विभिन्न जगहों पर किया जाता है, जिसमें सैकड़ों सेवादार शिरकत करते हैं। बतादें की पूज्य गुरु जी द्वारा शुरू की गई पौधरोपण की मुहिम दुनिया में पर्यावरण को नया जीवन देने का कार्य कर रही है। आज दुनिया भर में मौजूद 6 करोड़ डेरा अनुयायियों ने हजार नहीं लाख नहीं बल्कि करोड़ों की संख्या में पौधे लगाए है और इस अभियान को साध-संगत निरंतर जारी रखती है।
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