सोलन(एम के शायना)। रविवार को हिमाचल प्रदेश के सोलन में नामचर्चा का आयोजन हुआ। हिमाचल के कोने-कोने से भारी तादाद में साध-संगत ने नामचर्चा में शिरकत की। नामचर्चा में साध-संगत पूज्य गुरू जी के अनमोल वचनों को एकाग्रचित होकर ध्यान सुना। हिमाचल की साध-संगत ने पूज्य गुरू जी का कोटि-कोटि धन्यवाद किया जिन्होंने गुरूमंत्र की अनमोल दात देकर और मानवता भलाई कार्यों से जोड़ रखा।
डेरा सच्चा सौदा पाक-पवित्र संस्था है। कुछ असामाजिक तत्वों के कहने से डेरा सच्चा सौदा की शान को कोई फर्क नहीं पड़ता। साध संगत का आज सोलन में यह ठाठें मारता इकट्ठ असमाजिक तत्वों के मुंह पर करारी चपेड़ है। पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने हमें सच की राह पर चलना सिखाया और उसी पर चलते रहेंगे। काल के नुमाइंदे चाहे कितना भी शोर मचा लें, वो साध-संगत की एकता को कम नहीं कर सकेंगे। पूज्य गुरु जी द्वारा दिखाए गए इन्सानियत के मार्ग पर पूरे बुलंद हौंसले के साथ आगे बढ़ते रहेंगे।
-संजय इंसान, सुजानपुर।
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने हमें मानवता भलाई के 139 कार्य सिखाए हैं, जिनमें गरीबों को राशन देना, निराश्रयों के मकान बनाना, रक्तदान, जरूरतमंद परिवारों की बेटियों की शादियों में आर्थिक सहयोग देना आदि शामिल हैं। कुछ लोग साध-संगत की एकता को तोड़ने की साजिशें रच रहे हैं, जो अपनी बुरी मंशाओं में कभी सफल नहीं होंगे। हमारा अपने सतगुरु जी पर पूरा दृढ़ विश्वास है और हमेशा कायम रहेगा।
-महेंद्रपाल, बद्दी
जैसे ही मुझे पता चला कि सोलन में नामचर्चा का आयोजन हो रहा है तो मेरी खुशी का ठीकाना नहीं रहा। नामचर्चा में पहुंच कर बहुत खुशी हुई। दुनिया में ऐसी कोई संस्था नहीं है जो मानवता के इतने कार्य कर रही हो। साध-संगत का विश्वास अपने सच्चे सतगुरु जी पर दृढ़ था, है और आगे भी बरकरार रहेगा।
-पलक इन्सां, ब्लॉक गरली, हिमाचल
डेरा सच्चा सौदा का धन्यवाद करती हूँ जो उन्होंने सोलन में नामचर्चा का आयोजन किया। सेवादारों ने हर व्यवस्था इतनी बखूबी की है कि हमें किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई है। और ये देवभूमि है यहां सभी का आदर सम्मान किया जाता है।
-आरती इन्सां, सुजानपुर (हिमाचल)
आप स्वयं साध-संगत के सैलाब को देख सकते हैं। डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों द्वारा हर इंतजाम अच्छे ढंग से किए हुए थे। मुझे नामचर्चा में आकर आत्मिक शांति मिली।
-निर्मला देवी सुजानपुर (हिमाचल)
पूज्य गुरु जी ने हिमाचल प्रदेश की साध-संगत पर अपना बेशुमार प्रेम बरसाया है। और आज सोलन में ऐसी बेमिसाल नामचर्चा का आयोजन हुआ जिसमें पंडाल में पैर रखने की जगह नहीं थी। मेरी पूज्य गुरु जी के चरणों में यही अरदास है कि आपजी जल्दी से जल्दी देह रूप में हम सबके बीच पधारें।
-रत्नी इन्सां, गरली(हिमाचल)
साध-संगत की एकता और प्रेम देखकर आज मुझे बहुत खुशी मिली है। मेरा पूज्य गुरु जी पर विश्वास आज भी पूरा दृढ़ रूप से कायम है। दुनिया क्या बोलती है इसकी मुझे परवाह नहीं। हमारा काम तो अपने पूज्य गुरु जी के प्रति दृढ़ आस्था के साथ आगे बढ़ना और पूरे विश्व में इंसानियत का डंका बजाना है। एक दिन ऐसा जरूर आएगा जब झूठ के बादल छंट जाएंगे और सच का सूरज अपनी पवित्र आभा के साथ एक बार फिर आसमान की बुलंदियों पर चमकेगा।
-केहर सिंह , काला अंब
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की अपार रहमत जो आज हिमाचल प्रदेश की साध संगत पर हुई है, उसका साक्ष्य करिश्मा आज सोलन जिले के ढोड़ो मैदान में देखने को मिल रहा है, जिनका बदला सौ जन्म लेकर भी नहीं उतारा जा सकता। यह कहना है भाई ईश्वर शर्मा का। वह बताते है कि उनका दो बार ऐसा भयानक ऐक्सिडेंट हुआ था कि बचना ना के बराबर था, हर कोई कहता था कि ये नहीं बचेगा। लेकिन मेरे प्यारे पूज्य गुरु जी ने मुझे मौत के मुँह से स्वयं निकाल लाए। पूज्य गुरू जी ने हिमाचल प्रदेश की साध संगत पर बहुत ही बड़ा उपकार किया है जो आज हिमाचल के सोलन की सड़कें आज साध संगत से भरी पड़ी है। हर जगह साध संगत ही साध संगत नजर आ रही है। आज के इस घोर कलयुग में पूज्य गुरू जी द्वारा चलाए गए 139 मानवता भलाई के कार्य जो साध संगत से करवा रहे है, उनका हम कभी भी देन नहीं दे सकते, इसके लिए पूज्य गुरु जी का जितना धन्यवाद किया जाए उतना कम है।
ईश्वर शर्मा, शिमला
तस्वीरों में देखिए खूबसूरत सोलन में आयोजित नामचर्चा की झलकियां
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