कर्मजीत कौर अभी पंजाब नेशनल बैंक में बैंक सखी के पद पर कार्यरत
सच कहूँ न्यूज, पटियाला। गांवों की महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिए सरकार की ओर से चलाई जा रही पीएसआरएलएम स्कीम (PSRLM Scheme) से गांव नलास खुर्द की कर्मजीत कौर की जिंदगी में बड़ा बदलाव आया है। अपने तजुर्बे सांझे करते कर्मजीत कौर ने बताया कि अन्य महिलाओं की तरह वह भी अपने छोटे परिवार के साथ रहती थी, वह अपने घर का काम और थोड़ा बहुत सिलाई का काम कर घर की छोटी जरूरतों को तो पूरा कर लेती थी, परन्तु बड़ी जरूरतों की पूर्ति के लिए हमेशा कुछ बड़ा करने की सोचती रहती थी और फिर वह पीएसआरएलएम स्कीम अधीन बने शक्ति समूह में सचिव के तौर पर काम करने लगी।
साल 2017 में गाँव नलास खुर्द में सदस्यों की ओर से कर्मजीत कौर को बुक कीपर बनाने का फैसला लिया गया, जो कि उसके लिए बहुत लाभप्रद साबित हुआ। बुक कीपर का प्रशिक्षण कर्मजीत कौर को ब्लॉक इंचार्ज शिवानी बसी से मिला।
साल 2018 में गांव नलास खुर्द में सीएलएफ बनाई गई, जिसमें भी कर्मजीत कौर को ही बुक कीपर बनाया गया। इसके बाद साल 2019 में कर्मजीत कौर को पीएसआरएलएम के अधीन बैंक सखी के तौर चुना गया, जिसके लिए उसको 3 दिनों का प्रशिक्षण, स्टेट स्तर पर मुहैया करवाया गया।
कर्मजीत कौर को पंजाब नेशनल बैंक में बैंक सखी की नौकरी मिली। इसके साथ उसकी जिंदगी में बहुत बदलाव आया, आज वह लगभग 70 स्व सहायता समूहों और 8 गांवों से जुड़ी हुई है। इसके साथ उसको सामाजिक और पारिवारिक मान सम्मान मिला। कर्मजीत कौर की तरफ से बैंक सखी के साथ-साथ बुक कीपर का भी काम किया जा रहा है, जिससे उसकी आमदन में विस्तार हुआ है।
साल 2021 में कर्मजीत कौर ने सीएलएफ क्रांति में से 1,50,000 रुपए का कर्ज उठाया, इस कर्ज से उसने अपने पति के लिए गाड़ी खरीद कर दी और उसके व्यापार को आगे बढ़ाने में सहायता की। आज कर्मजीत कौर आर्थिक, सामाजिक और मानसिक तौर पर बहुत मजबूत हो गई है और अपने परिवार के साथ-साथ गांव के बाकी स्व सहायता समूहों की सहायता कर रही है।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।