सच कहूँ/तरुण कुमार शर्मा, नाभा। केंद्र सरकार की ओर से पैट्रोलियम पदार्थों पर घटाई एक्साईज ड्यूटी ने जहां आम लोगों को बड़ी राहत दी है, वहीं एलपीजी गैस सिलेंडरों की कीमतें कम होने से चुनाव प्रचार के साथ आम लोगों के साथ-साथ गैस एजेंसियों को भी दुविधा में डाल दिया है। केंद्र सरकार के प्रयासों से पेट्रोल और डीजल की कीमतों को घटाने के प्रचार के साथ सोशल मीडिया पर एलपीजी गैस सिलंडर की कीमतों में हुई कटौती का प्रचार भी होता देखा गया।
पेट्रोल की कीमतों में लगभग 9.50 रूपये और डीजल की कीमतों में लगभग 7.50 रूपये घटीं कीमतों के सोशल मीडिया पर चल रहे प्रचार से एलपीजी गैस सिलेंडर पर 200 रुपए की घटी कीमत का प्रचार भी साथ-साथ होता रहा। शनिवार की शाम अपने परिवारों में बैठ कर केन्द्र सरकार की तरफ से पैट्रोलियम पदार्थों की कीमतों घटाने के किये इन प्रयासों की प्रशंसा करते लोगों की खुशी उस समय सीमित हो गई जब केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल की कीमतें तो घटी हुई नजर आईं जबकि एलपीजी गैस की कीमतें बदस्तूर अपने पुराने स्थान पर ही खड़ी नजर आईं।
मजे की बात यह है कि एलपीजी गैस की घटीं कीमतों के प्रचार से उत्साहित लोगों ने अपने गैस सिलेंंडर बड़ी संख्या में बुक करवा लिए, जिससे एलपीजी गैस सिलंडरों की बुकिंग में भारी उछाल देखने को नजर आया। लोगों की उम्मीदों को उस समय झटका लगा जब रविवार की सुबह से गैस एजेंसियों द्वारा भेजे जाते सिलंडर की कीमत संबंधित दिए गए विवरण से स्पष्ट हुआ कि एलपीजी गैस सिलंडर की कीमतें पहले वाले स्तर पर ही बदस्तूर जारी हैं।
ऐसा नहीं है कि केंद्र सरकार ने गैस सिलंडरों की कीमतें न घटाई हों और गैस एजेंसी मालिक अपनी मनमानी करते हों, बल्कि केंद्र सरकार द्वारा एलपीजी गैस सिलेंडरों की कीमतों जरूर घटाईं गई हैं परंतु घटी कीमतों के दायरे में केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही ‘उज्जवला योजना’ के खपतकारों को ही मुख्य रखा गया है। उज्जवला स्कीम के सभी खपतकारों को आम लोगों की अपेक्षा गैस सिलेंडर किफायती कीमत पर प्राप्त होगा।
मजे की बात यह है कि उज्जवला स्कीम के खपतकारों को भी आम लोगों की तरह गैस सिलेंडर की साधारण कीमत अदा करनी पड़ेगी, जिसके बाद 200 रुपए की सब्सिडी उसके बैंक खाते में वापिस चली जायेगी। वहीं दूसरी तरफ मजेदार बात यह है कि बुरी आर्थिक स्थिति का सामना कर रहे उज्जवला स्कीम के खपतकारों के लिए एलपीजी गैस सिलंडरों की मौजूदा घटाईं कीमतों का लाभ ‘ऊँट के लटकते होंठ’ की तरह ही नजर आ रहा है, जिसकेलिए कीमत तो मौजूदा स्तरीय अदा करनी पड़ेगी जबकि सब्सिडी बाद में खाते में आयेगी।
क्या कहते हैं एलपीजी गैस सप्लाई एजेंसी मालिक
उपरोक्त स्थिति की पुष्टि करते स्थानीय शहर के एलपीजी गैस सप्लाई एजेंसी मालिक केवल दास ने बताया कि 200 रूपये प्रति सिलेंडर घटाईं कीमतें सिर्फ उज्जवला स्कीम के खपतकारों पर लागू होंगी, जिनकी बुरी आर्थिक स्थिति कारण इस स्कीम का लाभ कमाने के लिए स्कीम के खपतकारों को पहले पूरी कीमत ही अदा करनी पड़ेगी, जिसके बाद सब्सिडी खपतकार के खाते में वापस आएगी। उन्होंने बताया कि घटीं कीमतों के प्रचार के कारण आज की बुकिंग में काफी उछाल देखने को नजर आया है। वहीं दूसरी तरफ चरण गैस एजेंसी से योगेश नामक व्यक्ति अनुसार कल से 200 रूपये छूट के कारण एजेंसी मालिक भी दुविधा में थे, जिसकी स्थिति आज सुबह 8 बजे स्पष्ट हुई है।
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