कृषि विभाग पहले की अपेक्षा दुगुने क्षेत्रफल में बिजाई की जता रहा उम्मीद
बठिंडा(सच कहूँ/सुखजीत मान)। धान की सीधी बिजाई के लिए चाहे ही सरकार की ओर से किसानों को काफी प्रेरित किया जा रहा है परन्तु बड़ी संख्या में किसान बिजाई की जगह पारंपरिक हाथों से लगवाई वाले धान को ही प्राथमिकता देंगे। बठिंडा जिले के करीब सभी ही गांवों में किसानों ने पनीरी बीजी हुई है, जिससे साबित होता है कि सीधी बिजाई को फिलहाल किसान नहीं अपना रहे परन्तु फिर भी कृषि विभाग के अधिकारी इस बात को लेकर उम्मीद जता रहे हैं कि पिछले साल के मुकाबले इस बार बिजवाई वाला क्षेत्रफल दोगुना होगा।
इस संबंधी ‘सच-कहूँ’ से बातचीत करते जिला कृषि अधिकारी पाखर सिंह ने बताया कि धान की सीधी बिजाई भारी जमीनों में ही लाभप्रद होती है। इसलिए जिला बठिंडा में ब्लॉक रामपुरा, फूल और नथाना में ही धान की सीधी बिजाई हो सकेगी। उन्होंने बताया कि बाकी ब्लॉकों में जमीन हलकी और रेतीली होने के कारण धान की सीधी बिजाई कामयाब नहीं हो सकेगी। सीधी बिजाई नीचे क्षेत्रफल लाने के लक्ष्य संबंधी पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि जिले में पिछली बार 21 -22 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में सीधी बिजाई की थी जबकि इस बार 40 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में सीधी बिजाई का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि भारी और बीच की जमीनों में ही सीधी बिजाई की जाये, हलकी जमीनों में बिजाई न की जाये।
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