अब तक 76 लोगों को परिवार के पास सकुशल पहुंचा चुकी टीम
सच कहूँ/सुरेन्द्र समैण
टोहाना। लापता व लावारिस हालत में मिलने वाले लोगों को उनके परिजनों तक पहुंचाने में भारत विकास परिषद् की टीम अहम भूमिका निभा रही है। टीम के सदस्यों की कड़ी मेहनत के कारण 76 लोग अब तक घर परिवार के पास सकुशल लौट चुके हैं। इसी कड़ी में एक बार फिर भाविप द्वारा तीन चार दिन पूर्व गांव गैबीपुर उकलाना में मिला लावारिस युवक सतगुर को सोमवार को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। युवक के मिलन पर रिजनों ने हाथ जोड़कर टीम के सदस्यों को आभार प्रकट किया है। जानकारी के अनुसार चार दिन पूर्व एक युवक गांव गैबीपुर में उपमंडल पशु चिकित्सक अधिकारी बलदेव ग्रोहा व चिराग शर्मा को लावारिस रूप में मिला। उन्होंने उसकी सूचना भारत विकास परिषद् को दी। जिसके बाद उक्त युवक को अपना आश्रम फतेहाबाद में सुरक्षित ठहराया गया।
सोशल मीडिया बना मद्दगार, युवक को परिचित ने पहचाना
युवक की काउंसलिंग के पश्चात भारत विकास परिषद द्वारा मानव तस्करी दस्ता प्रमुख महिंदर दहिया के साथ सयुंक्त रूप से परिजनों की तलाश आरम्भ कर दी। कॉउंसलिंग के दौरान युवक ने अपना नाम
सतगुर बताया व केश धारी होने की वजह से साथ लगते पंजाब के क्षेत्र में विभिन्न माध्यमों से तलाश आरंभ कर दी। सोशल मीडिया पर लगातार युवक का प्रचार किया गया। जिसका सकारात्मक परिणाम आया और युवक को किसी परिचित ने पहचान लिया। पहचान की पुष्टि होने के पश्चात सोमवार को उसके परिजनों को सकुशल सौंप दिया गया।
पिता बोले, बेटे के मिलने की उम्मीद छोड़ चुके थे
युवक के पिता प्रीतम गांव भूतगढ़ निवासी ने बताया कि उनका बेटा 4 वर्ष पूर्व घर से अचानक लापता हो गया था, पुलिस ने भी ढूंढने की कोशिश की पर सफलता नहीं मिल पाई। उन्होंने दु:खी हृदय से बताया कि उन्हें उम्मीद ही नहीं थी उनका बेटा सकुशल उन्हें मिल पाएगा। पिता ने बताया की बेटे के न मिलने के दु:ख में उसकी मां की मृत्यु हो चुकी है। लेकिन चार साल के बाद अपने बेटे को सामने देखकर उसमें भी अब जीने की उम्मीद जाग चुकी है। इस अवसर पर बलदेव ग्रोहा, महिंदर दहिया, अमित कुमार, अनूप कुमार, कुश भार्गव, वीरभान, संजीव अरोड़ा, राज कुमार सरपंच कुलां, चिराग शर्मा उपस्थित थे।
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