पति की टांग टूटी तो फैसला लिया खुद शहर जाकर बेचेगी दूध
सच कहूँ/सन्नी कथूरिया
पानीपत। दिल में कुछ कर दिखाने का जज्बा हो तो कोई काम मुश्किल नहीं होता आज के जमाने में महिलाएं पुरुषों से आगे निकल रही है, जिसका उदाहरण पेश करती है 45 वर्षीय जानू। जो यमुना किनारे झोपड़ी में रहती है। रोजाना सुबह 5:00 बजे उठकर पशुओं से दूध निकालकर बाइक पर दूध बेचकर हैं अपने परिवार का गुजारा करती है। जानू का परिवार मूल रूप से हिमाचल का रहने वाला है, लेकिन लम्बे समय से पशु लेकर पानीपत में रह रहा है। जानू का मानना है कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरूषों से कम नहीं है, जब जिम्मेवारी आती है तो महिलाएं बाइक तो क्या जहाज भी उड़ा लेती है।
बाइक चलाते देख हर कोई हैरान
जानू रोज सुबह 5 बजे उठकर पशुओ से दूध निकाल कर बाइक पर फरार्टे भरती 40 किलोमीटर दूर पानीपत में दूध बेचने जाती है। जिस रोड से महिला बाइक लेकर गुजरती है वहां लोग बस देखते ही रह जाते है। क्योंकि जानू बाइक चलाने दौड़ाने में इस कदर माहिर है की अच्छे अच्छे भी पीछा नहीं कर पाते।
पति बीमार हुए तो घर की संभाली कमान
पति की टांग में फैक्चर हुआ तो जानू ने घर की कमाल सम्भाल ली। जानू ने बताया कि पति बशीर अहमद
की टांग में फैक्चर है और बीमार रहते हैं। साथ मे रमजान के महीना है। पति के बगैर शहर में दूध पहुचाने वाला कोई नही था। इसलिए उसने खुद फैसला कर लिया कि, अब हार नहीं मानेगी ओर शहर वो दूध पहुंचाएगी। जानू ने बाइक सम्भाली ओर कई लीटर के ड्रम दूध से भरकर रोज शहर वासियों को दूध उपलब्ध करवाती है।
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