जालंधर (सच कहूँ न्यूज)। पंजाब के तलवंडी साबो थर्मल प्लांट में 660 मेगावाट की एक यूनिट और रोपड़ थर्मल प्लांट में 210 मेगावाट की एक यूनिट बॉयलर में लीकेज (Boiler Leakage) के कारण बंद हो जाने के बाद पंजाब में बिजली की स्थिति मंगलवार सुबह बिगड़ गई। दोनों इकाइयों में बायलर लीकेज को ठीक करने में दो से तीन दिन का समय लगेगा।
पीएसपीसीएल के प्रवक्ता वीके गुप्ता ने आज बताया कि तलवंडी साबो और रोपड़ में एक-एक इकाई पहले से ही रखरखाव के लिए बंद है। वर्तमान में राज्य में 15 में से 5 थर्मल इकाइयां काम नहीं कर रही हैं। उन्होने बताया कि रंजीत सागर बांध की दो बिजली इकाइयाँ, जो पीक आवर्स के दौरान संचालित होती हैं, कुछ हद तक मांग-आपूर्ति के अंतर को पाटने के लिए परिचालन किया गया।
सोमवार को प्रदेश में 1751 लाख यूनिट की मांग की तुलना में बिजली आपूर्ति 1730 लाख यूनिट रही। रात को पंजाब को 300 मेगावाट बिजली की कमी का सामना करना पड़ा। राज्य की अधिकतम बिजली की मांग करीब 8200 मेगावाट है। कंडी क्षेत्र और अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली कटौती पहले से ही पीएसपीसीएल द्वारा की जा रही है।
क्या है मामला
पंजाब के पड़ोसी राज्य हरियाणा में घरेलू और औद्योगिक उपभोक्ता राज्य में बिजली की मांग बिजली की आपूर्ति से अधिक होने के कारण लंबे समय तक बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश में 1658 लाख यूनिट की मांग के मुकाबले 93 लाख यूनिट की कमी है। रात के समय में 1530 मेगावाट की कमी के साथ 7800 मेगावाट की मांग है।
बिजली खरीद समझौतों के अनुसार अदानी पावर एंड कोस्टल गुजरात पावर (सीजीपीएल) पिछले सात आठ महीनों से प्रतिबद्ध 1800 मेगावाट बिजली की आपूर्ति नहीं कर रही है और बिजली की उच्च दर के लिए जोर दे रही है। एचपीपीसी ने तीन साल के लिए एमबी पावर और आरकेएम पावरजेन के लिए 500 मेगावाट की खरीद को मंजूरी देने के लिए नियामक के समक्ष एक याचिका दायर की है। एमबी पावर से 5.7 रुपये प्रति यूनिट की दर से 150 मेगावाट की आपूर्ति की जाएगी, जबकि आरकेएम पावरजेन द्वारा 5.75 रुपये प्रति यूनिट की दर से 350 मेगावाट की आपूर्ति की जाएगी।
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