राएकोट/लुधियाना(सच कहूँ न्यूज)। रायकोट की मंडियों में 7 लाख 50 हजार से अधिक गेहूं की बोरियां लिफ्टिंग के इन्तजार में खुले आसमान के नीचे पड़ी है। गेहूं की लिफ्टिंग समय पर न होने से जहां लोग इसको नयी सरकार की नाकामी बता रहे हैं, वहीं दो पैसे कमाने आए मंडी मजदूर परेशान हो रहे हैं। रायकोट मंडी में अब तक 12 लाख 20 हजार 168 बोरी गेहूं की आमद हुई थी, जो कि सारी खरीदी जा चुकी है और इसमें से अब तक केवल 4 लाख 68 हजार 684 बोरियां उठाईं गई हैं और 7लाख 51 हजार 484 गेहूँ की बोरियां मंडी में ही खुले आसमान के नीचे पड़ी हैं। आढ़त की दुकानों पर गेहूँ की आमद लगभग मुकम्मल हो चुकी है और मंडी की लेबर केवल गेहूं की उठवाई खातिर मंडी में बैठी है।
इस संबंधी मंडी मजदूरों का कहना है कि उन्होंने जो दो पैसे कमाए हैं वह लिफ्टिंग के इंतजार में खाली बैठ कर रोटी -पानी खाने में खत्म हो जाएंगे। अनाज मंडी रायकोट में लिफ्टिंग की रफ़्तार धीमी होने के कारण आढतियों और मजदूरों को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बेशक इस बार गेहूं की आमद पिछले साल की अपेक्षा कम रही है परंतु खरीद एजेंसियों के अधिकारियों द्वारा गेहूं की लिफ्टिंग समय पर न होने के चलते आढ़ती और मजदूर परेशान हो रहे हैं। इसके अलावा कई आढ़ती यह आरोप भी लगा रहे हैं कि गेहूं की लिफ्टिंग में खरीद एजेंसियों के अधिकारी राजसी तौर पर भेदभाव कर रहे हैं। मंडी में कई आढ़तियों से अधिक और कईयों से नामात्र उठवाई हुई है। मजदूर नेता ज्ञानी गुरदयाल सिंह ने बताया कि इस संबंधी सांसद डॉ. अमर सिंह ने डीसी लुधियाना सुरभी मलिक के पास शिकायत भी की है।
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