जालंधर। डेरा सच्चा सौदा रूहानी स्थापना माह की खुशी में पंजाब के जालंधर व आसपास के ब्लॉकों की साध-संगत रायपुर राईयां, फ्लोर-नवांशहर रोड, जिला जालंधर में पावन भंडारा मनाएगी। इस अवसर पर सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक नामचर्चा का आयोजन किया जाएगा। नामचर्चा को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इस अवसर पर साध-संगत मानवता भलाई कार्यों को नई रफ्तार देते हुए जरूरतमंद बच्चों को खाद्य सामग्री की किटें और पक्षियों के लिए दाना-पानी का प्रबंध करने के लिए कसोरे वितरित करेगी। नामचर्चा को लेकर साध-संगत में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। जिम्मेवारों ने बताया कि पावन भंडारे की नामचर्चा में भारी संख्या में नामचर्चा के आने के मद्देनजर सभी व्यवस्थाएं बनाने की सेवा शुरू हो चुकी है।
29 अप्रैल 1948 को बेपरवाह साईं शाह मस्ताना जी महाराज ने की थी डेरा सच्चा सौदा की स्थापना
बता दें कि डेरा सच्चा सौदा की पहली पातशाही पूजनीय बेपरवाह साईं शाह मस्ताना जी महाराज ने 29 अप्रैल 1948 को डेरा सच्चा सौदा की स्थापना की थी। आप जी ने लोगों को गुरु मंत्र दे कर मानवता भलाई कार्यो पर चलने का रास्ता बताया। इनके पश्चात दूसरी पातशाही परम पिता शाह सतनाम जी महाराज ने देश के विभिन्न हिस्सों में हजारों सत्संग किये और लाखों लोगों को गुरु मंत्र देकर इंसानियत की राह पर चलाया और अब पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं पर चलते हुए डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालु 138 मानवता भलाई कार्यो में जुटे हुए हैं।
जिनमें 29 अप्रैल 2007 को पूज्य गुरु जी ने रूहानी जाम की शुरूआत कर मर रही इंसानियत को जिंदा करने का बीड़ा उठाया। 138 मानवता भलाई कार्यो में रक्तदान, शरीर दान, गुर्दा दान, पौधारोपण, गरीबों को मकान बनाकर देना, गरीब कन्याओं की शादी करवाना, राशन वितरण, नेत्रदान, लोगों का नशा छुड़वाना, आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों का निशुल्क इलाज करवाना, निशक्त जनों को सहारा देने के लिए ट्राई साइकिल देना सहित अनेक कार्य शामिल है।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।