सच कहूँ/राजेंद्र दहिया
फरीदाबाद। महंगाई ने लोगों को जीना मुहाल कर रख है। महंगाई के चलते जहां लोगों की थाली से अब सब्जी गायब होती जा रही है तो वहीं सब्जी बेचने वाले दुकानदार भी परेशान हैं। सब्जी खरीदने के लिए आने वाले लोगों की संख्या लगातार घट रही है। एक तरफ जहां पेट्रोल और डीजल के दामों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। दूसरी तरफ इसका असर लोगों के जीवन पर भी पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। सब्जी खरीदने आए लोग गणेश, सेवाराम वर्मा, दिनेश कुमार सहित कई सब्जी विक्रेता सत्यवीर, लालाराम अन्य दुकानदार परेशान दिखाई दिए। सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि एक ही दिन के अंदर सब्जियों में लगभग 20 रुपये प्रति किलो तक बढ़े मिले। हरी मिर्च 80 रुपये किलो से बढ़कर 100 रुपये किलो हो गई है। मटर 50 से बढ़कर 80 रुपये पर पहुंच गई है।
सरकार से लगाई समस्या के समाधान की गुहार
शिमला मिर्च 70 से बढ़कर 100 रुपये, करेला 50 से 70 रुपये, फ्रांस बीन 50 से 70 रुपये, गाजर 40 से 60 रुपये, गोभी 30 से 50 रुपये, टमाटर 25 से 30 रुपये, नींबू 200 से 250 रुपये, घीया 25 से 35 रुपये, बंदगोभी 20 से 30 रुपये, परमल 50 से 80 रुपये, बैंगन 25 से 40 रुपये, गोभी 90 से 150 रुपये, तोरई 70 से 100 रुपये, अरबी 60 से 80 रुपये, खीरा 25 से 35 रुपये, कच्ची आमबी 100 से सीधा 200 किलो पर पहुंच गई है। पहली बार सब्जी के दामों में इतना भारी इजाफा देखने को मिला है, जिससे लोग परेशान नजर आ रहे हैं। मंडियों में सब्जी खरीदने वालों की लगने वाली भीड़ अब बहुत कम नजर आ रही है।
ग्राहकों को तरस रहे विक्रेता
उनकी सब्जी बहुत कम बिक रही है, क्योंकि सब्जी के रेट बढ़ जाने से लोग सब्जी से मुंह फेर रहे हैं। सब्जी खरीदने आए लोगों का कहना था कि सरकार लगातार आम आदमी की कमर तोड़ने का काम कर रही है। गरीब आदमी 100 रुपये किलो और 200 रुपये किलो की सब्जी कहां से खरीदेगा। आमदनी तो पहले जितनी भी नहीं है, लेकिन महंगाई की वजह से उनका खर्चा बढ़ रहा है और महंगाई का सीधा असर उनकी दिनचर्या पर पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। अपने बच्चों का पालन पोषण भी अब टेढ़ी खीर हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार को महंगाई पर लगाम लगानी चाहिए। वरना मेहनत मजदूरी करके अपने बच्चों का पेट पालने वाले लोगों के लिए भारी परेशानी खड़ी हो जाएगी।
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