वाशिंगटन (एजेंसी)। अमेरिका ने मार्च में हाइपरसोनिक मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था हालांकि रूसे के साथ बढ़ते तनाव तथा राष्ट्रपति जो बाइडेन के यूरोप की यात्रा करने के कारण इस संबंध में दो सप्ताह तक कोई बयान नहीं दिया। रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है। सीएनएन ने इस अधिकारी के हवाले से कहा कि लॉकहीड मार्टिन संस्करण के पहले हाइपरसोनिक एयर-ब्रीथिंग वेपन कॉन्सेप्ट (एचएडब्ल्यूसी) को पश्चिमी तट से बी 52 बमवर्षक विमान से परीक्षण किया गया था। उन्होंने बताया कि पांच मार्च को बूस्टर इंजन ने मिसाइल को गति प्रदान की, जिसके बाद एयर-ब्रीथिंग का स्क्रैमजेट इंजन मिसाइल को प्रजवलित कर हाइपरसोनिक गति के लिए आगे बढ़ाया। उन्होंने आगे बताया कि मिसाइल ने लगभग 65 हजार फुट की ऊंचाई तथा तीन सौ मिल की दूरी तय की थी। इस मिसाइल का परीक्षण रूस के यूक्रेन में सैन्य अभियान करने के दौरान उसके गोला बारुद भंडार पर हाइपरसोनिक मिसाइल से हमला करने के दावे के बाद किया गया।
क्या है मामला
उल्लेखनीय है कि रूस के द्वारा प्रयोग किए गए हाइपरसोनिक मिसाइल को अमेरिका के रक्षा सचिव लॉयड आॅस्टिन ने कमतर आंकते हुए कहा था कि, ‘यह ज्यादा असरदार नहीं है। हालांकि कुछ दिनों के बाद पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने कहा, ‘परीक्षण के असली मकसद के बारे में कुछ कहना मुश्किल है। उन्होंने आगे कहा, ‘छोटे से लक्ष्य को भेदने के लिए यह बेहद शक्तिशाली हथियार है।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।