सच कहूँ/कर्म थिंद, सुनाम उधम सिंह वाला। पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं पर चलते हुए ‘आशियाना मुहिम’ (Ashiana) के तहत डेरा श्रद्धालुओं ने स्थानीय शहर के वार्ड नंबर 11 में एक जरूरतमंद परिवार को पूरा घर बनाकर दिया है। डेरा सच्चा सौदा के ब्लॉक सुनाम के जिम्मेवार 25 मैंबर राजेश बिट्टू इन्सां और ब्लॉक भंगीदास छहबर सिंह इन्सां ने जानकारी देते हुए बताया कि इस जगह पर जो पहले मकान बना हुआ था, वह बहुत ही पुराना और खस्ताहाल था, जिसके एक कमरे की छत ढह चुकी थी और दो कमरों की हालत बिल्कुल दयनीय बनी हुई थी और यह मकान गली की अपेक्षा आठ-दस फुट नीचा भी हो चुका था और बरसाती मौसम में इस परिवार के हालात बहुत बुरे हो जाते थे।
उन्होंने बताया कि इस मकान में एक विधवा बहन गुरमेल कौर उसके दो बेटे रह रहे हैं और यह परिवार इस मकान को नये सिरे से बनाने में असमर्थ था। जिम्मेवारों ने बताया कि गुरमेल कौर ने ब्लॉक के जिम्मेवारों से मकान बनाने संबंधी बातचीत की तो उस पर ब्लॉक समिति ने विचार-विमर्श करने के बाद पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं पर चलते हुए और पूज्य गुरू जी द्वारा चलाए जा रहे मानवता भलाई के 138 कार्यों के तहत आशियाना मुहिम के अंतर्गत यह मकान बना कर दिया।
उन्होंने बताया कि पुराने मकान को नये सिरे से बनाया गया है। यहां दस फुट के करीब भरत भी डाली गई है और इस मकान में दो कमरे एक रसोई और बाथरूम आदि बनाकर इस परिवार को सौंपा है।
इस मौके 15 मैंबर जिम्मेदार जसपाल इन्सां, गुरजंट सिंह इन्सां, गुरदीप सिंह इन्सां, लाभ सिंह इन्सां, रमेश कुमार इन्सां, सुरेन्द्र सिंह इन्सां, ओम प्रकाश इन्सां सभी पंद्रह मैंबर, शहरी भंगीदास गुलजार सिंह इन्सां, डॉ. राजेश बत्तरा इन्सां, सहदेव इन्सां, सुजान बहनें निर्मला इन्सां, शांति इन्सां, सुनीता इन्सां और समूह साध -संगत सहित शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैलफेयर फोर्स विंग के सेवादार मकान बनाने की सेवा में जुटे हुए थे।
दिन में करते हैं अपना काम और रात समय करते हैं सेवा : मिस्त्री
मकान बनाने की सेवा (Ashiana) कर रहे मिस्त्री भाईयों ने कहा कि वह दिन में अपना काम करते हैं और रात के समय सेवा कार्य, जिनमें किसी का मकान बना कर देना या साध-संगत की तरफ से कोई और मानवता भलाई का कार्य चल रहा होता है तो उसमें हिस्सा डालते हैं और उन्होंने कहा कि वह पूज्य गुरू जी की पावन शिक्षाओं पर चलकर इस तरह के कार्य करते आ रहे हैं। इस मौके मिस्त्री और ठेकेदार परमजीत इन्सां, मिस्त्री चमकौर इन्सां, मलकीत इन्सां, जनरल इन्सां, निक्का सिंह इन्सां, बलवीर इन्सां, बीरबल इन्सां सहित अन्य सेवादार भाई मकान बनाने की सेवा कर रहे थे।
सेवा करके मिलता है सुकून, नहीं होती कोई थकावट : मनदीप कौर इन्सां
लंगर बनाने और अन्य अलग-अलग सेवा में ब्लॉक की बहने भी जुटी हुईं थी। बहनों में से एक बहन मनदीप कौर इन्सां ने कहा कि वह मेडिकल लाईन से हैं और दिन में सरकारी अस्पताल संगरूर में अपनी ड्यूटी करती हैं और रात के समय या जब भी उनको कहीं सेवा का मौका मिलता है तो वह सेवा जरूर करती हैं। उन्होंने कहा कि उनको यह सेवा करके बहुत ही सुकून मिलता है। उन्होंने कहा कि कई बार घर में काम करते समय थकावट महसूस होने लग जाती है, परंतु उनको सेवा करते किसी तरह की थकावट भी महसूस नहीं होती।
डेरा श्रद्धालुओं ने हमारी जो मदद की है, वह हम जिंदगी भर नहीं भूलेंगे : गुरमेल कौर
मकान मालिक विधवा बहन गुरमेल कौर ने कहा कि उसके दो बेटे और एक बेटी है। बेटी विवाहित हुई है। उन्होंने कहा कि उसके दो बेटों में से एक बीमार है और एक ही काम कर रहा है। उसने कहा कि उसका मकान बहुत ही खस्ता हालत में था, जिसकी छत गिरने को थी और बरसात के समय तो उनको उठने-बैठने को भी जगह नहीं मिलती थी, क्योंकि छत से बहुत अधिक पानी टपकता था और मकान (Ashiana) गहरा होने के कारण घर में घुटने-घुटने पानी भर जाता था।
उन्होंने कहा कि डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों ने उनका मकान बनाकर उनकी बहुत बड़ी मदद की है। उन्होंने कहा कि धन्य हैं इनके पूज्य गुरू जी, जो इन सेवादारों को ऐसी नेक शिक्षाएं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों ने उनकी जो मदद की है, उसे वे जिंदगी भर नहीं भूलेंगे।
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