नई दिल्ली (एजेंसी)। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान होने से ठीक पहले सत्ताधारी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की मुख्य गठबंधन सहयोगी मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम) ने विपक्ष के साथ समझौता कर लिया है, जिससे उन्हें तगड़ा झटका लगा है और खान की पार्टी ने नेशनल असेंबली में बहुमत खो दिया है। बताया यह भी जा रहा है कि इमरान खान से सेना प्रमुख बाजवा, चीन और अमेरिका भी खुश नहीं है। हालांकि इमरान खान अभी भी अपनी सरकार बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
आखिरी गेंद तक मुकाबला करता हूं, इस्तीफा नहीं दूंगा, मुल्क देखेगा गद्दार कौन है : इमरान
पाकिस्तान में मची सियासी उथल पुथल एवं नेशनल असेंबली में अविश्वास का सामना कर रहे देश के प्रधानमंत्री इमरान खान ने विपक्षी नेताओं पर मुल्क और अवाम के खिलाफ गद्दारी करने का आरोप लगाया और ऐलान किया कि वह किसी साजिश के दबाव में इस्तीफा नहीं देंगे और आखिरी सांस तक मुकाबला करेंगे।
खान ने पाकिस्तान के टेलीविजन चैनलों पर देश के नाम संदेश में कहा, ‘रविवार के दिन तय होगा कि हमारा मुल्क किस तरफ जाएगा। क्या वो लोग सत्ता में आएंगे जिनके खिलाफ 30 -30 साल से भ्रष्टाचार के मामले चल रहे हैं। क्या पाकिस्तान ऐसा मुल्क नहीं बन पाएगा जहां ताकतवर और कमजोर के सामने एक कानून होता है। उन्होंने कहा कि जो आरोप लगाये जा रहे हैं कि पाकिस्तान तबाह हो गया तो वो बतायें कि क्या ये सब साढ़े तीन साल के कार्यकाल में हुआ है या जिन्होंने 30 – 30 साल देश पर राज किया है।
आखिरी गेंद तक मुकाबला करता हूं
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं चुनौती देता हूं कि मुल्क में बीते साढ़े तीन साल में जो हुआ है वैसा किसी दौर में नहीं हुआ। बहुत से लोगों ने मुझे सलाह दी है कि मैं इस्तीफा दे दूं। लेकिन मैं आखिरी गेंद तक मुकाबला करता हूं। रविवार को नेशनल असेंबली में वोट का जो भी नतीजा आये, मैं और मजबूत बन कर निकलूंगा। जम्हूरियत में इस्तीफे भी होते हैं लेकिन उस दिन मुल्क देखेगा कि कौन जमीर का सौदा कर रहा है।
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