पूज्य गुरु जी ने डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों को ‘ट्रू ब्लड पंप’ का सम्मानजनक नाम दिया
जींद(सच कहूँ/चन्दन सिंह)। आज की मतलबी दुनिया में कोई इंसान एक-दूसरे की मदद करना तो दूर बात करना या मेल-जोल रखना भी जरूरी नहीं समझते। लेकिन समाज में इसका भी अपवाद मिलता है और वो अपवाद है डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी। डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की प्रेरणा और मार्गदर्शन से 138 मानवता भलाई के कार्यों को बढ़ चढ़कर कर रहे हैं। जिससे समाज के जरूरतमंद तबके का भला हो रहा है। और पूज्य गुरू जी की इंसानियत को जिंदा रखे जाने की सोच को परिपूर्ण किया जा रहा है।
इसी क्रम में ब्लॉक जींद के सेवादार बीकानेर दरबार में तन की सेवा पर गए हुए हैं और सेवा करते हुए जब उनके पास ये संदेश आया कि बीकानेर के सामान्य हस्पताल में 3 गर्भवती महिलाओं को रक्त की जरूरत है तो बिना देरी किए ब्लॉक जींद के 6 सेवादार रक्तदान करने के लिए हस्पताल पहुंच गए और रक्तदान किया। रक्तदान करने वालों में मजनू इन्सां (22 बार), मुकेश इन्सां (20 बार), सोमनाथ इन्सां (14 बार), सतबीर इन्सां (10 बार), पंकज इन्सां (3 बार) और अनीता इन्सां ने पहली बार रक्तदान कर ‘ट्रू ब्लड पंप’ होने का अपना फर्ज़ निभाया। गौरतलब है कि पूज्य गुरु जी ने डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों को ‘ट्रू ब्लड पंप’ का सम्मानजनक नाम दिया है क्योंकि डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी रक्त की कमी से जूझ रहे मरीज के लिए कहीं भी पहुंचकर रक्तदान करते हैं और खर्चा भी अपनी जेब से ही लगाते हैं।
मैंने महिला होने का कर्त्तव्य निभाया: अनीता इन्सां
पहली बार रक्तदान करने वाली बहन अनीता इन्सां ने बताया कि पहली बार रक्तदान कर बहुत ही सुखद अनुभव रहा। मुझे सबसे ज्यादा खुशी इस बात की है कि मैंने गर्भवती महिला के लिए रक्तदान किया और महिला होने का कर्त्तव्य पूरा किया वो भी पूज्य गुरू जी की मानवता भलाई की सोच को सर्वोपरि मानते हुए। बहन ने बताया कि आगे भी में नियमित रूप से रक्तदान कर पूज्य गुरु जी द्वारा नवाजे ‘ट्रू ब्लड पंप’ नाम को चरितार्थ करती रहूंगी।
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