प्रश्न : भगवान का जन्म कब और कैसे हुआ?
उत्तर : मालिक को बने हुए कई सदियां गुजर गए हैं। शास्त्रों के अनुसार जब इस धरती की रचना हुई तो सबसे पहले भगवान एक प्रकाश के रूप में पैदा हुए।
प्रश्न : भगवान कहां हैं?
उत्तर : भगवान हर जगह कण-कण में मौजूद है। आॅस्ट्रेलियाई वैज्ञानिकों जॉन राईट बेजर और लिंडा राईट ने 4000 से अधिक लोगों पर 11 वर्ष तक अध्ययन कर मनुष्य के हरदम साथ-साथ रहने वाले प्रभू अर्थात अदृश्य शक्ति की पुुष्टि की है।
प्रश्न : भगवान ने दुनिया क्यों बनाई?
उत्तर : अपनी मौज खुशी में आकर उस मालिक ने दुनिया साजी है।
प्रश्न : पहला इन्सान धरती पर कैसे पैदा हुआ?
उत्तर : मालिक की रहमत से, हुक्म से
प्रश्न : शरीर में आत्मा कहां है, उसका अनुभव कैसे होगा?
उत्तर : आत्मा हमारे शरीर के रोम-रोम में समाई हुई है। इसके अनुभव के लिए हमें लगातार गुरूमंत्र का जाप करना होगा।
प्रश्न : मालिक का नाम लेना क्यों जरूरी है?
उत्तर: नाम से आत्मविश्वास आता है, आत्मिक शांति आती है जो और किसी भी साधन से नहीं आती है। रूहानियत के अनुसार प्रभू के नाम से आत्मा आवागमन से मुक्त हो जाती है, वहीं दुनिया में रहते हुए इन्सान भगवान को देख सकतें है और दोनों जहान की खुशियां यहीं पा सकते हैं। जीवन में आने वाले भयानक कष्टों से बचा जा सकता है। इन्सान अपनी इच्छा शक्ति पर काबू पा सकता है, जिससे जानलेवा बीमारियां जैसे एड्स, कैंसर, काला पीलिया इत्यादि से बचा जा सकता है। दुनिया के हर नेक, अच्छे क्षेत्र में तरक्की हासिल की जा सकती है।
प्रश्न : कर्म और धर्म के बीच क्या संबंध है?
उत्तर : दोनों एक-दूसरे के बिना अधूरे हैं।
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