संगरिया (सच कहूँ न्यूज)। गोहपुर असम का रहने वाला लगभग 18 वर्षीय एक भूखा प्यासा युवक संगरिया रेलवे स्टेशन पर लोगों से मदद मांगता हुआ इधर-उधर भटक रहा था लेकिन उसकी मदद करने को कोई तैयार नहीं हो रहा था। हालातों और कर्मों के मारे हुए उस बच्चे के पास ना तो पैसा था और ना ही किसी का सहारा। ऐसे में वहां एक होटल वाले ने उसका दर्द समझा और उसको चाय पानी पिलाने के बाद समाजसेवी (Welfare Work) राज किंगरा से संपर्क किया।
राज किंगरा ने मौके पर आकर बच्चे की हालत को देखा और उसके बारे में जानने की कोशिश की तो उस बच्चे ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा कि उसका नाम गणेश और उसके पिता का नाम सुखल सिंह है। वह गांव गोहपुर बुलागुड्डी जिला विश्वनाथ आसाम का निवासी है। उसके माता-पिता दोनों का देहांत हो चुका है। उसके घर की आर्थिक हालत बहुत खराब थी। उसके गांव में एक मौसमी नाम का व्यक्ति आया जो काम देने के बहाने उसे दिल्ली ले आया। दिल्ली के शुकरपुर इलाके में उसे रखा गया।
उसे घर का सारा काम बिना पैसे के करवाया गया। दिल्ली में उसे के तपेश्वर नाम का व्यक्ति मिला जो उसे हनुमानगढ़ लेकर आया। हनुमानगढ़ से उसे एक व्यक्ति डबलीराठान गांव में ले गया और उसे बंधक बनाकर बिना पैसे के घर और खेत का सारा काम करवाने लग गया।
इसी प्रकार वहां लगभग 1 माह बीत जाने के बाद एक रात को 10 बजे दीवार कूदकर गणेश खेतों में से होता हुआ वहां से भाग निकला। रास्ते में उसे खेतों में लगी करंट की तार से करंट भी लगा जिससे वह कुछ देर वहां बेहोश पड़ा रहा। होश आने के बाद वह दौड़ता हुआ डबलीराठान के रेलवे स्टेशन पर पहुंच गया लेकिन वहां भी उसकी मदद करने वाला कोई नहीं मिला। इसी तरह वह भूखा प्यासा चलता हुआ हनुमानगढ़ रोड पर पहुंच गया।
वहां उसे एक बाइक स्वार मिला जो उसे बैठाकर हनुमानगढ़ ले आया। इस प्रकार वह हनुमानगढ़ से ट्रेन पर बैठ कर संगरिया के स्टेशन तक पहुंच गया। उस बच्चे की पूरी दर्द भरी दास्तां सुनने के बाद समाजसेवी किंगरा ने शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर (Welfare Work) फोर्स विंग के जिम्मेवार लालचंद इन्सां को सारी बात बताई और जब तक उस बच्चे के परिजनों से संपर्क नहीं हो पाता तब तक उसकी संभाल के लिए साध-संगत के सहयोग से उसे नाम चर्चा घर में रखने की अपील की।
ऐसे में सेवादारों ने उसकी सार संभाल का जिम्मा लेते हुए पुलिस थाना में उसकी सूचना देने के बाद नाम चर्चा घर में सुरक्षित रखा और उसके खाने-पीने रहने की व्यवस्था की। लालचंद इन्सां ने बताया कि गणेश के परिजनों से संपर्क किया जा रहा है और शीघ्र ही बच्चे को इसके घर भेज दिया जाएगा।
इस पुनीत कार्य में शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के सेवादार लालचंद इन्सां, महेश गोयल इन्सां, हरचंद इन्सां, ब्लॉक भंगीदास कृष्ण सोनी इन्सां, ओमप्रकाश बुडानिया इन्सां, प्रधान राज किंगरा, जगजीत सिंह इन्सां लंबीढाब व सुरेंद्र जग्गा इन्सां सहित अन्य का सहयोग रहा।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।