चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पंजाब लोक कांग्रेस के प्रधान कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हाल के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का सफाया होने के लिये पूरी तरह गांधी परिवार को जिम्मेदार बताया है। कैप्टन सिंह ने यहां कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में अपनी गलतियों को विनम्रता पूर्वक कबूल करने के बजाय पंजाब चुनाव में बुरी तरह हार के लिये उन पर ही आरोप लगाया जा रहा है। कांग्रेस न केवल पंजाब में हारी बल्कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भी चुनाव हारी और इसके शर्मनाक हार के लिये पूरी तरह गांधी परिवार जिम्मेदार है। अब लोग ही नहीं समूचा देश गांधी परिवार के नेतृत्व में भरोसा खो बैठा है। इसके बावजूद सच्चाई को नकारा जा रहा है।
कैप्टन सिंह ने कहा कि कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता इसके लिए प्रदेश कांग्रेस की अंतरकलह तथा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के पार्टी विरोधी बयानों को राज्य में कांग्रेस की हार के लिये जिम्मेदार बता रहे हैं। सीमावर्ती राज्य में पार्टी ने उसी दिन अपनी कब्र खोदना शुरू कर दिया था, जिस दिन एक अस्थिर मन और बड़बोले नवजोत सिद्धू और चरनजीत चन्नी जैसे भ्रष्ट व्यक्ति को चुनाव से कुछ माह पहले मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाया था ।
आंखें मूंदने से पार्टी को नुक्सान ही होगा
उन्होंने कहा कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी के नेता स्पष्ट बोलने की बजाय उन पर आरोप लगाया रहे हैं कि अमरिंदर सरकार के खिलाफ जबर्दस्त एंटी इंकमबेंसी (सत्ता विरोधी लहर) थी, जबकि उनके समय पार्टी ने चुनाव जीते तथा फरवरी 2021 में निकाय चुनाव जीते। दरअसल कांग्रेस के ये नेता गांधी परिवार को बचाने के लिये उनका दोष मुझ पर मढ़ रहे हैं लेकिन आंखें मूंदने से पार्टी को नुकसान ही होगा। पार्टी हित में निर्णय लेने के बजाय आगे के लिये खाई खोद रहे हैं।
ये नेता कांग्रेस का भला नहीं चाहते। कैप्टन सिंह ने कहा कि पंजाब में कांग्रेस की हार के असली कारण कांग्रेस आलाकमान की विफलता रही। सिद्धू जैसे नेता ने तो निहित स्वार्थ की खातिर पार्टी की छवि को मिट्टी में मिला दिया और हार का ठीकरा मुझ पर फोड़ा जा रहा है। गांधी परिवार ने नवजोत सिद्धू तथा ऐसे नौसिखियों के साथ हाथ मिला लिया। ऐसे में कांग्रेस का चुनाव में सफाया हो लाजिमी था।
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