ठगी के नए-नए तरीके अपना रहे साइबर अपराधी, पुलिस ने जारी की एडवाइजरी

Cyber criminals sachkahoon

अंजान लिंक पर न करे क्लिक

  • बैंक खाते की जानकारी भी न करें साझा

रोहतक (सच कहूँ न्यूज)। साइबर अपराधी (Cyber Criminals) ठगी के नए-नए तरीके अपना कर लोगों को अपना अपना शिकार बना रहे हैं। साइबर अपराध रोकने के लिए पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है। पुलिस अधीक्षक उदय सिंह मीना ने कहा कि जालसाज अब प्रमुख कंपनियों के नाम से मिलती-जुलती वेबसाइट बनाकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। इनके निशाने पर ऑनलाइन खरीदारी करने वाले लोग हैं। जालसाज अब क्यू आर कोड लिंक के जरिए बैंक खाते हैंक करने लगे हैं। लोगों को मैसेज भेजे पे-टीएम खाता के केवाईसी को निलंबित करने की बात करते हैं।

इस प्रकार के मैसेज फोन पर आने पर लोग तुरंत दिए गए नम्बर पर संपर्क करते हैं तथा ठगों को अपने बैंक खाता से संबंधित जानकारी दे देते हैं और ठग आपके बैंक खाते की जानकारी लेकर ठगी का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि साइबर ठग (Cyber Criminals) लोगों को स्कीमर, शोल्डर सर्फिंग, हिडेन कैमरा, फर्जी की-बोर्ड, मर्चट/प्वाइंट ऑफ सेल, फिशिंग के जरिए अपना शिकार बनाते हैं और इनसे बचने के लिए जागरूकता व सावधानी बहुत जरूरी है।

पुलिस अधीक्षक ने लोगों का आह्वान किया कि किसी भी अंजान लिंक को क्लिक न करें और अपने बैंक खाते की जानकारी अंजान व्यक्ति के साथ सांझा न करें। साथ ही बैंक ट्रांजेक्शन की तुरंत जानकारी के लिए एसएमएस अपडेट की सुविधा का इस्तेमाल करें, जिससे अगर आपके कार्ड से कोई संदेहास्पद लेनदेन होता है तो आपको तुरंत इसकी जानकारी हो जाएगी और अगर आपके साथ धोखाधड़ी होती है तो इसकी शिकायत बैंक व नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल नंबर 1930 या वेब पोर्टल पर दर्ज करवाएं।

पुलिस अधीक्षक उदय सिंह मीना ने कहा कि बैंककर्मी कभी भी फोन पर आपके बैंक खातें की डिटेल नहीं मांगते हैं। इसके अलावा मोबाईल फोन या कंप्यूटर में साफ्टवेयर डाउनलोड़ करते समय सतर्कता जरूर बरतें।

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