सरकारी स्कूलों में अब डबल शिफ्ट में लगेंगी कक्षाएं

Hanumangarh News
सांकेतिक फोटो

शहर के खैरपुर, कीर्तिनगर, चत्तरगढ़ पट्टी व महावीर दल स्कूल शामिल

  • सुबह नौवीं से बारहवीं और दोपहर बाद पहली से आठ के पढ़ाई करने आएंगे स्कूल

सच कहूँ/सुनील वर्मा, सरसा। कोरोना संक्रमण के बाद सरकारी स्कूलों (Government Schools) में विद्यार्थियों की तेजी से संख्या बढ़ी है। स्कूलों में कमरों की कमी खलने लगी है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने ऐसे में शहर के चार स्कूलों में डबल शिफ्ट में कक्षाएं लगाने की योजना बनाई है। जिससे स्कूलों में पढ़ाई करवाते समय कमरों की कमी से परेशानी न झेलनी पड़े। इन सरकारी स्कूलों में सुबह के समय में कक्षा नौवीं से बारहवीं व दोपहर के समय कक्षा पहली से आठ तक के विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करेंगे।

इन स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या ज्यादा

शहर के चार स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या ज्यादा व कमरों की संख्या कम है। इनमें कीर्ति नगर स्थित राजकीय उच्च विद्यालय (Government Schools), खैरपुर स्थित राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल, चत्तरगढ़ पट्टी स्थित राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल व महावीर दल स्कूल शामिल है।

कीर्ति नगर स्कूल में छह कमरें, 741 विद्यार्थी

कीर्ति नगर स्थित राजकीय उच्च विद्यालय में छठी से दसवीं तक के 741 विद्यार्थी है। जबकि स्कूल में छह कमरें है। खैरपुर स्कूल में छठी से बारहवीं तक की कक्षाओं में करीब एक हजार से अधिक विद्यार्थियों ने दाखिला लिया हुआ है तथा इनके लिए स्कूल में मात्र 13 कमरों की व्यवस्था है। महावीर दल स्कूल में भी 13 कमरों में 874 विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे है। वहीं चत्तरगढ़ पट्टी स्थित सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पहली से बारहवीं कक्षा में 1378 विद्यार्थियों ने दाखिला ले रखा है।

जिनमें पहली से पांचवी में 674, छठी से बारहवीं में विद्यार्थियों की संख्या 704 है। इन विद्यार्थियों के लिए स्कूल के पास सिर्फ 14 कमरें है और इनमें से प्राइमरी विंग ने 9 कमरें ले रखे है। जबकि छठी से बारहवीं के 704 विद्यार्थियों के पास सिर्फ 5 क्लास रूम है। जिस कारण अब इन स्कूलों में दो पालियों में कक्षाएं लगाने का फैसला किया गया है।

कीर्तिनगर स्कूल में नहीं सरकारी चौकीदार

कीर्तिनगर स्कूल में सरकारी चौकीदार नहीं है। जिसके चलते स्कूल में कार्यरत स्टाफ ने अपने स्तर पर चौकीदार रखा हुआ है। स्कूल इंचार्ज रामेश्वरदास ने बताया कि स्कूल में चौकीदार नहीं होने के कारण उन्हें अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जिस कारण स्कूल में कार्यरत स्टाफ ने अपनी सैलरी से कुछ पैसे एकत्रित करके एक प्राइवेट चौकीदार रखा हुआ है।

‘‘शहर के चार स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या अधिक है। जबकि कमरों की संख्या कम है। स्कूल में कमरें बनाने की डिमांड विभाग को भेजी गई है। स्कूल में जब तक कमरों का निर्माण नहीं होता है। तब तक स्कूलों में डबल शिफ्ट के अंदर पढ़ाई करवाई जाएगी।

संतकुमार बिश्नोई, जिला शिक्षा अधिकारी, सरसा।

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