संयुक्त राष्ट्र (एजेंसी)। संयुक्त राष्ट्र ने गुरुवार को कहा कि रूसी आक्रमण के बीच केवल एक सप्ताह में दस लाख लोग यूक्रेन छोड़कर पड़ोसी देशों में चले गये हैं। शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त फिलिपो ग्रांडी ने कहा, ‘हमने केवल सात दिन में यूक्रेन से पड़ोसी देशों में दस लाख शरणार्थियों का पलायन देखा है। यूक्रेन में रह रहे कई लाखों लोगों के लिए बंदूकों के शांत होने का समय आ गया है, ताकि उन्हें जीवन रक्षक मानवीय सहायता प्रदान की जा सके।
द कीव इंडिपेंडेंट के अनुसार, इस बीच, कनाडा ने रूसी ऊर्जा क्षेत्र के 10 लोगों पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिसमें दो ऊर्जा कंपनियों, रोसनेफ्ट और गजप्रोम से संबंधित लोग शामिल हैं। यूक्रेन में रूसी आक्रमण के आठवें दिन गुरुवार सुबह कीव में चार विस्फोट हुए। अखबार के मुताबिक, मध्य कीव में दो जोरदार धमाकों की आवाज सुनी गई। तीसरे और चौथे धमाकों की आवाज कीव के द्रुज्बी नारोदिव मेट्रो स्टेशन के पास सुनी गई। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट में कहा कि एक सप्ताह में 9,000 रूसी मारे गये हैं।
रूसी पुलिस ने युद्ध विरोधी प्रदर्शनकारियों को किया गिरफ्तार
यूक्रेन में रूसी सैन्य कार्रवाई के बीच रूस में युद्ध विरोधी प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है। ब्रितानी अखबार ‘द गार्डियन’ने बताया कि रूसी पुलिस ने बुधवार को सेंट पीटर्सबर्ग में युद्ध-विरोधी विरोध प्रदर्शन में येलेना ओसिपोवा को हिरासत में लिया गया। रूसी अधिकारियों द्वारा 77 वर्षीय सामाजिक कार्यकर्ता को प्रदर्शन स्थल से हटाने का वीडियो सोशल मीडिया वायरल है। अखबार ने बताया कि रूस के शहरों में हजारों लोग पुलिस की धमकियों तथा यूक्रेन पर आक्रमण के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। जेल में बंद क्रेमलिन के आलोचक एलेक्सी नवलनी ने बुधवार को ट्वीट किया,”रूस, हम शांति का देश बनना चाहते हैं। कुछ लोग हमें शांत देश बुलाते हैं लेकिन कम से कम हम आतंकित लोगों का देश नहीं बनें।’
उन्होंने कहा,”मैं यह देखकर चुप नहीं रह सकता कि कैसे 100 साल पहले की घटना रूसियों के लिए यूक्रेन के लोगों को मारने का बहाना बन गया है।’ उन्होंने कहा,”यह 21वीं सदी का तीसरा दशक है और हम लोगों के जलने की खबरें देख रहे हैं। हम अपने टीवी पर परमाणु युद्ध शुरू करने के वास्तविक खतरों को देख रहे हैं।’ उन्होंने लिखा,”मैं यूएसएसआर से हूं। मैं वहां पैदा हुआ था और उस समय शांति के लिए लड़ाई होती थी। मैं सभी से सड़कों पर उतरने और शांति के लिए लड़ने का आह्वान करता हूं। पुतिन रूस नहीं हैं।’ उन्होंने कहा कि आपको उनलोगों पर गर्व होना चाहिए जो बिना किसी बुलावे के नो वार के तख्तियां लेकर सड़कों पर उतर आये। यह वे 6824 लोग हैं, जिन्हें रूसी पुलिस ने युद्ध के खिलाफ प्रदर्शन करने के आरोप में हिरासत में लिया है।
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