एम्स ऋषिकेश के भावी चिकित्सक करेंगे अविनाश इन्सां की मृत देह पर विभिन्न बीमारियों की रिसर्च
सिरसा(सच कहूँ/सुनील वर्मा)। डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी पूज्य गुरु संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं पर चलते हुए जीते जी जहां लोगों की सहायता करने के लिए हर समय तैयार रहते है। वहीं मरने के बाद इंसानियत के लिए ऐसी मिसाल दे जाते हैं कि हर कोई उन्हें सलाम करता है। ऐसा ही कर कर दिखाया है ब्लॉक कल्याण नगर के परमार्थ कॉलोनी निवासी 63 वर्षीय अविनाश इन्सां पत्नी ओमप्रकाश इन्सां ने। अविनाश इन्सां के मरणोपरांत स्वजनों ने उनकी पार्थिव देह मेडिकल शोध कार्यो के लिए उत्तराखंड के ऋषिकेश स्थित ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज को दान कर इन्सानियत की मिसाल कायम की। स्वजनों के इस कार्य की कॉलोनी वासियों ने सराहना की। दरअसल शाह सतनाम जी मार्ग स्थित परमार्थ कॉलोनी गली नंबर दो निवासी अविनाश इन्सां पत्नी ओमप्रकाश इन्सां मंगलवार देर शाम अपनी स्वास रूपी पूंजी पूरी करके कुल मालिक के चरणों में सचखंड जा विराजी।
सचखंडवासी ने पूज्य गुरु जी की शिक्षाओं पर चलते हुए जीते जी मरणोपरांत शरीर दान करने का संकल्प लिया हुआ था। उनके मरणोपरांत उनके स्वजनों उनकी आखिरी इच्छा को पूरा करते हुए ब्लॉक कल्याण नगर के सेवादार से मिलकर उनकी पार्थिव देह मेडिकल शोध कार्यो के लिए ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज ऋषिकेश उत्तराखंड को दान कर दी। वहीं इससे पूर्व अविनाश इन्सां के आवास पर उपस्थित साध-संगत, स्वजनों व रिश्तेदारों ने धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा का पवित्र नारा व अरदास का शब्द बोला। इसके बाद पार्थिव देह को फूलों से सज्जी एंबुलेंस में रखा गया और शाह मस्ताना जी धाम तक उनकी शवयात्रा निकाली गई। इस दौरान शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स विंग के सेवादार बहन-भाइयों व अन्य लोगों ने शरीर दानी अविनाश इन्सां अमर रहें, अमर रहे, जब तक सूरज चांद रहेगा बहन अविनाश इन्सां तेरा नाम रहेगा आदि गगनभेजी नारे लगाये। बाद में शाह मस्ताना जी धाम से एंबुलेंस को मेडिकल कॉलेज के लिए रवाना किया गया।
बेटियों ने दिया अर्थी को कंधा, जताया पूज्य गुरु जी का आभार
सचखंडवासी अविनाश इन्सां की अंतिम विदाई के समय डेरा सच्चा सौदा की बेटा-बेटी एक सम्मान मुहिम को आगे बढ़ाते हुए उनकी बेटियां वीना, सीमा, नीतू व रजनी ने अपनी माता की अर्थी को कंधा अनुकरणीय मिसाल कायम की। बेटियों ने कहा कि पूज्य गुरु संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां का वह बारंबार धन्यवाद करती है। उनकी शिक्षाओं की बदौलत उन्हें अपने माता की अर्थी को कंधा देने का सौभाग्य मिला। इस अवसर पर सचखंडवासी के पति ओमप्रकाश इन्सां, बेटे विनोद इन्सां, सन्नी इन्सां के अलावा उनके रिश्तेदार संगे संबंधी व ब्लॉक कल्याण नगर तथा सिरसा की साध-संगत और शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स विंग के सेवादार भाई-बहन मौजूद रहे।
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