नई दिल्ली (एजेंसी)। लश्कर-ए-तैयबा को खुफिया जानकारी लीक करने के मामले में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने हिमाचल प्रदेश काडर के आईपीएस अधिकारी अरविंद दिग्विजय नेगी को गिरफ्तार कर लिया। नेगी की गिरफ्तारी यूएपीए कानून के तहत हुई है। नेगी पर लश्कर के आतंकवादी को खुफिया दस्तावेज देने का आरोप है। 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी को गैलेंट्री अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। 11 साल तीन महीने एनआईए में प्रतिनियुक्ति में रहने के बाद नेगी को उनके कैडर में वापस भेज दिया गया था।
नेगी एनआईए में सबसे लंबा कार्यकाल पूरा करने वालों आॅफिसरों में शुमार हैं। भारतीय खुफिया एजेंसियों के खुफिया दस्तावेज लीक होने की जानकारी देने के बाद नवंबर में एनआईए ने हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में उनके आवास पर छापेमारी की थी। इस मामले में एनआईए ने 6 नवंबर 2021 को केस दर्ज किया था। एनआईए इस केस को लेकर पहले ही 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। एनआईए के मुताबिक जांच में आईपीएस अधिकारी की भूमिका संदिग्ध पाई गई। इसके बाद उनके घर की तलाशी ली गई। नेगी एनआईए की उस टीम का हिस्सा थे, जो फेक करेंसी, आईएसआईएस के आतंकियों की भर्ती और जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों के आर्थिक पोषण के लिए नियंत्रण रेखा की दूसरी तरफ व्यापार के संबंधित मामलों की जांच करती थी।
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