नई दिल्ली (एजेंसी)। रूस कभी भी यूक्रेन पर हमला कर सकता है। इस बात का अंदेशा इसी से लगाया जा सकता है कि रूस ने यूक्रेन की तीनों सीमाओं को घेर लिया है। बताया जा रहा है कि रूस ने 1.30 लाख सैनिक की तैनाती कर दी है। ऐसे में युद्ध की आहट तेज हो गई है। वहीं क्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने ब्राजील के विदेश मंत्री कार्लोस अल्बर्टो फ्रांका के साथ देश की सीमा सुरक्षा के मुद्दे पर चर्चा की।
यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने यहां जारी एक बयान में कहा कि ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो की मास्को यात्रा से कुछ समय पहले दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने फोन पर यह चर्चा की। मंत्रालय ने कहा, ‘यूक्रेन के शीर्ष राजनियक ब्राजील के विदेश मंत्री को देश की सीमा के पास और यूक्रेन के अस्थायी कब्जे वाले क्षेत्रों में सुरक्षा स्थिति को लेकर विस्तार से जानकारी दी।
किन तीन जगहों से रूस ने यूक्रेन को घेरा?
पूर्वी यूक्रेन: यहां के डोनेत्स्क और लुहंस्क में यूक्रेन की सेना और रूस समर्थित अलगाववादियों के बीच 2014 से ही संघर्ष चल रहा है। रूस पर नजर रखने वाले लोगों का कहना है कि वह यहां पर सैन्य क्षमता को बढ़ा सकता है। इस तरह यहां से हमला करना सबसे आसान तरीका होगा। सीएनएन द्वारा हासिल की गई सैटेलाइट तस्वीरों से पता चलता है कि येल्नया में रूसी सैन्य अड्डे को खाली कराया गया है। यहां मौजूद 700 टैंक, वाहन और बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्चर को यूक्रेन की सीमा पर तैनात कर दिया गया है।
बेलारूस: रूस का दोस्त बेलारूस हमले के लिए एक अन्य रास्ता दिखा सकता है। गुरुवार से दोनों मुल्कों ने 10 दिनों के सैन्य अभ्यास की शुरूआत की है। शीतयुद्ध के बाद से रूस ने यहां पर बड़ी मात्रा में हथियारों की तैनाती की है। यहां पर 30 हजार लड़ाकू सैनिक, स्पेशल फोर्स, एसयू-35 लड़ाकू विमान, इस्कंदर मिसाइल और एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम तैनात किए गए हैं। कुछ लोगों का मानना है कि रूस बेलारूस के जरिए उत्तर से यूक्रेन पर हमला कर सकता है।
क्रीमिया: रूस ने 2014 में क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था। अब ये इलाका नए अभियानों के लिए मुख्य जमीन की भूमिका निभाने वाला है। लेकिन ये स्पष्ट नहीं है कि मॉस्को क्रीमिया से यूक्रेन में कदम रखने का प्रयास करेगा या नहीं। सैटेलाइट तस्वीरों से मालूम चलता है कि यहां पर सैनिकों और हथियारों की बड़ी तैनाती की गई है। इससे पता चलता है कि यहां पर 550 से अधिक सैन्य तंबू और सैकड़ों वाहन पहुंच चुके हैं।
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