लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उन्नाव में बीते दिनों दलित समुदाय की एक युवती की कथित हत्या के मामले में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने समाजवादी पार्टी (सपा) के एक स्थानीय नेता की भूमिका सामने आने का आरोप लगाते हुए इस मामले में पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाये हैं। मायावती ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर परिजनों को भरोसा दिलाया है कि संकट की इस घड़ी में पार्टी उनके साथ है। उन्हाेंने सोमवार को सोशल मीडिया के माध्यम से यह जानकारी दी। उन्होंने पीड़ित परिपार से रविवार को यहां हुयी मुलाकात की अपनी तस्वीर साझा करते हुए बताया, ‘उन्नाव में दलित युवा लड़की का अपहरण कर उसकी नृशंस हत्या के संगीन मामले में पीड़ित परिवार के लोग समुचित न्याय की तलाश में कल रात लखनऊ आकर मुझसे मिले और अपनी दुःख भरी व्यथा सुनाई, जिससे स्पष्ट है कि सपा नेता के बेटे सहित लोकल पुलिस भी पूरी तरह से इसके लिए जिम्मेदार है।”
उल्लेखनीय है कि हाल ही में उन्नाव में दलित युवती के अपहरण और हत्या के मामले में एक सपा नेता की कथित भूमिका होने के आरोप लगते के बाद से ही राजनीति गरमा गयी है। मृतका का शव उक्त सपा नेता के खेत के पास से बरामद हुआ था। मायावती ने इस मामले में पुलिस के लचर रवैये की भी आलोचना की है। उन्होंने ट्वीट कर सरकार से लापरवाही के लिये जिम्मेदार पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने की मांग करते हुए कहा, “उन्नाव पुलिस अगर पीड़ित परिवार की शिकायत का समय से संज्ञान ले लेती तो यह घटना नहीं होती। सरकार दोषी पुलिस वालों को बर्खास्त करे तथा उनके खिलाफ सख्त धाराओं में मुकदमा दर्ज करके उन्हें जेल भेजे। साथ ही गरीब पीड़ित परिवार की उचित कानूनी पैरवी की व्यवस्था करे, बीएसपी की यह माँग।”
बसपा की ओर से जारी बयान के अनुसार मृतका के माता, पिता और भाई बहन सहित अन्य परिजनों ने मायावती के लखनऊ स्थित आवास पर मुलाकात की। मायावती ने पीड़ित परिवार से घटना की पूरी जानकारी ली। उन्होंने इस घटना को बेहद गंभीर बताते हुए आश्वासन दिया कि संकट की इस घड़ी में बसपा उनके साथ है। पार्टी का कहना है कि पीड़ित परिजनों को बसपा प्रमुख से मिलने के बाद न्याय की उम्मीद जगी है।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।