गुरुग्राम। गुरुग्राम में बिल्डिंग का हिस्सा धंसने के बाद मलबे में फंसे इंडियन रेलवे इंजीनियरिंग सर्विस के आॅफिसर अरुण कुमार श्रीवास्तव को 16 घंटे बाद जिंदा निकाल लिया गया। गया है। कल से उनके पैर का निचला हिस्सा मलबे में फंसा हुआ था। इसके बाद अरुण कुमार श्रीवास्तव को तमाम मेडिकल सुविधा दी गई और एंबुलेंस में अस्पताल ले जाया गया। अब टीमें पहली मंज़िल पर मलबे में फंसी महिला को निकालने का प्रयास कर रही हैं।
इस हादसे की जांच अतिरिक्त जिलाधीश विश्राम कुमार मीणा को सौंपी गई है। दरअसल, गुरुग्राम के सेक्टर 109 के चिंतल पैराडाइसो हाई राइज सोसाइटी में गुरुवार शाम करीब सवा 6 बजे ये हादसा हुआ था। सोसाइटी के डी ब्लॉक में छठी मंजिल के फ्लैट में रेनोवेशन चल रहा था। उसी दौरान ड्राइंग रूम का फ्लोर भरभरा कर नीचे गिर गया। जिसके बाद छठे फ्लोर से नीचे ग्राउंड फ्लोर तक के सभी फ्लैट के छत और फ्लोर क्षतिग्रस्त हुए।
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