नहला कर पहनाए गर्म कपड़े, खिलाया भोजन, परिजनों की तलाश जारी
संगरिया (सच कहूँ न्यूज)। समाज और कर्मों की मार झेल ये मंदबुद्धि जमाने के लिए हंसी व उनकी हिकारत भरी नजरों के पात्र बनकर रह गए हैं। न जाने कितने मानसिक रूप से कमजोर मंदबुद्धि पुरुष व महिलाएं अंजान सड़कों पर अपनों को सारी उम्र खोजते रहते हैं। लेकिन उन्हें अपनों का साया नसीब नहीं होता। ऐसे में डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने इन मंदबुद्धि लोगों का दर्द समझा और मानवता भलाई की कड़ी में ‘इंसानियत’ मुहिम की शुरूआत की। पूज्य गुरु जी के एक आह्वान पर करोड़ों की साध-संगत ने मंदबुद्धि लोगों की संभाल करनी शुरू की। डेरा अनुयायी जब तक इनके परिजनों का पता नहीं लगा लेते तब तक स्वयं उनकी देखभाल करते हैं उनका इलाज करवाते हैं और परिजनों के मिलने पर उसे परिवार को सुपुर्द कर देते हैं। इसी कड़ी में संगरिया ब्लॉक के गांव मानकसर में एक 45- 50 साल की महिला जो कि मानसिक रूप से परेशानी की हालत में बेसहारा घूमती हुई सेवादार भाई चेतराम इन्सां के घर पहुंच गई और बोली कि उसे नहाना है।
लावारिस हालत में मिली महिला के बारे में प्रेमी चेतराम इन्सां ने शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के जिम्मेवार लालचंद इन्सां को बताया तो लालचंद इन्सां व 15 मेंबर कमेटी सेवादार रणवीर इन्सां ने मौके पर जाकर महिला की हालत को देखा तो वह महिला अपने बारे में कुछ भी बताने में असमर्थ थी। ऐसे में सेवादार सुरेंद्र जग्गा इन्सां के सहयोग से महिला को पुलिस थाना में लाया गया। उसकी जानकारी पुलिस थाना देने के बाद प्रेमी लाल चंद इन्सां उस महिला को अपने घर लेकर आए और सेवादार बहनों ने संभाला। पहले उसे नहलाया, कपड़े बदले फिर उसे डॉक्टर को दिखाया। हालत में कुछ सुधार होने के बाद उसने अपना नाम गुड्डी देवी पत्नी मेघाराम नायक और निवासी करणीसर बताया। इसके आधार पर मानसिक रूप से परेशान महिला के परिजनों का पता लगाने के लिए सेवादार सोशल मीडिया और पुलिस प्रशासन के सहयोग से लगे हुए हैं। लालचंद इन्सां ने बताया कि संगरिया ब्लॉक द्वारा पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा से इससे पूर्व भी लगभग 91 ऐसे मानसिक रूप से परेशान गुमशुदा महिला-पुरुष और बच्चों का इलाज करवाने के बाद उनके परिवार से मिला चुके हैं।
लालचंद इन्सां का कहना है कि जब तक इस महिला के परिजनों का पता नहीं लग पाता तब तक वह उन्हें अपने घर रखेंगे और उसकी सार संभाल करेंगे। कोई भी मानसिक रूप से विक्षिप्त मंदबुद्धि डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों के संपर्क में आता है तो वे उनकी अपनों से भी बढ़कर तब तक सेवा करते हैं जब तक कि वे पूरी तरह से स्वस्थ होकर अपने व परिजनों बारे जानकारी नहीं दे देते। जानकारी मिलने पर सेवादार खोजबीन कर परिजनों को बुलाकर विक्षिप्त को उनके हवाले कर देते हैं। यह सिलसिला लगातार जारी है। इस कार्य में ब्लॉक भंगीदास कृष्ण सोनी इन्सां, 15 मेंबर कमेटी सेवादार रणवीर इन्सां, शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के जिम्मेवार लालचंद इन्सां, सुरेंद्र जग्गा इन्सां, मोहन लाल इन्सां, गोविंद सोनी इन्सां, सागर इन्सां का सहयोग रहा।
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