खाने का सामान नहीं, मानो कोई ‘अपना’ प्यार व दुलार लाया हो…

सच कहूँ/विजय शर्मा
सरसा/करनाल। सर्व धर्म संगम डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा 25 जनवरी को अपने 8वें शाही पत्र के माध्यम से शुरू किए गए 138वें मानवता भलाई कार्य ‘गरीब व अनाथ छोटे बच्चे, जो बीमार हों, उनका इलाज करवाएंगे व खाने का सामान देंगे।’’ के तहत एक बार फिर देशभर में करोड़ों साध-संगत जरूरतमंद बच्चों के लिए ‘मुस्कान’ लेकर आई। शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग के सेवादारों ने विभिन्न ब्लॉकों में र्इंट-भट्ठों, झुग्गी-झोपड़ियों व अनाथ आश्रमों में जाकर बच्चों को फू्रट व स्वादिष्ट खाने पीने के सामान की किटें भेंट की। बच्चों को जैसे ही सेवादारों ने खाने का सामान दिया तो उनके चेहरे खुशी से खिल उठे। ये पल इन छोटे-छोटे बच्चों के लिए ऐसा था मानो कोई अपना इनके लिए खाने का सामान नहीं बल्कि ढेर सारा प्यार व दुलार लाया हो। इस अभियान के तहत शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग द्वारा बच्चों के लिए नि:शुल्क जांच शिविर में आयोजित किये गए। जिसमें बच्चों को नि:शुल्क दवाईयां दी गई।

मैं साध-संगत के कार्यों को सैल्यूट करता हूँ: डॉ. पवन सैनी

भाजपा के प्रदेश महामंत्री व लाडवा के पूर्व विधायक डॉ. पवन सैनी ने कहा कि डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत द्वारा समाजहित के कार्यों में आयाम स्थापित किए हैं इसके लिए मैं डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत को सैल्यूट करता हूँ। उन्होंने कहा कि पूज्य गुरु जी द्वारा 138वें मानवता के कार्य के तहत गरीब बच्चों को खाने का सामान भेंट किया जा रहा है, जोकि अति सराहनीय कार्य है। इसके लिए मैं इन सेवादारों को सैल्यूट करता हूँ।पूज्य गुरु जी द्वारा रूहानी पत्रों के माध्यम से लगातार देश व समाजहित में मानवता भलाई कार्यों का कारवां बढ़ाया जा रहा है। इसी कड़ी में गत 25 जनवरी को डेरा सच्चा सौदा की दूसरी पातशाही पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज के पावन अवतार दिवस पर पूज्य गुरु जी ने 138वां मानवता भलाई शुरू किया। जिसके तहत पूज्य गुुरु जी ने साध-संगत से आह्वान किया कि वे ‘‘गरीब व अनाथ छोटे बच्चे, जो बीमार हों, उनका इलाज करवाएंगे व खाने का सामान दें ’’ जिसके तहत ही ये अभियान विभिन्न ब्लॉकों में चलाया गया है। इस दौरान ये भी आह्वान किया गया है कि यदि कहीं किसी बच्चे का गरीबी के कारण ईलाज नहीं हो पा रहा है, उसका ईलाज डेरा श्रद्धालु करवाएंगे। ऐसे परिवार हम से संपर्क कर सकते हैं।
राजेश इन्सां, 45 मैंबर यूथ (हरियाणा)

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जितनी आप मानवता की सेवा करोगे, परमार्थ करोगे, उतना आपकाभाग्य चमकेगा। और आपके परमार्थ के सहारे कोई दीन दु:खी ठीक नहीं होते, वो सतगुरु चाहे तो एक निगाह से कैंसरों को खत्म कर दे, वो तो आपको खुशियां देने का एक बहाना होता है। आप परमार्थ करते हैं किसी का ईलाज होता है। उसके बदले में मालिक क्या करता है। उनके कर्म कटते हैं और कनवर्ट करके खुशियां आपकी झोली में डाल देता है। इसलिए भक्ति सच्ची वो ही है जो सतगुरु कहे, शिष्य उसे बिना चू चा किए मान ले। उससे बड़ी भक्ति कोई नहीं हो सकती। इसलिए जो मान ले तो ब्लड कैंसर भी ठीक हो जाए और जो न माने तो जुखाम भी ठीक न हो।
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां।

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