जाखल (तरसेम सिंह)। गांव चांदपुरा में शमशानघाट के समीप गांव के गंदे पानी की निकासी के लिये बने तालाब में सुबह एक गाय तालाब की दलदल में फंस गई। जैसे ही इस बात का पता डेरा श्रद्धालुओं(Dera Devotees) को पता चला तो वह तुरंत ही वहां मोके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। इस सेवा कार्य में उनके साथ कुछ अन्य लोग भी मद्द के लिए आगे आए। डेरा अनुयायियों ने रस्से ले जाकर उसके सहारे अपनी जान पर खेलते हुए गाय को दलदल से बाहर निकाला।
इस नेक कार्य को देखकर बहुत से आसपास के लोगों ने डेरा अनुयायियों(Dera Devotees) की भूरी-भूरी प्रशंसा की। इस सेवा कार्य में बिक्कर सिंह, तरसेम सिंह, सरदारा सिंह, लक्ष्मण सिंह, गुरध्यान सिंह, जग्गा सिंह, हंसराज सिंह, गुरजंट सिंह जगतार सिंह, सतगुरु सिंह, लखविंदर सिंह इत्यादि लोगों ने दलदल से गाय को निकालने में सेवा निभाई।
जोहड़ों की सफाई पर ध्यान नहीं दे रहा प्रशासन व पंचायत
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर अधिकार मंच के जाखल प्रधान बिक्कर सिंह चांदपुरा और लीला सिंह ग्रेवाल ने बताया कि गांव में बने तीनों जोड़ गंदगी से अटे पड़े हैं पिछले 15 वर्षों से इन जोहड़ों की साफ सफाई करने के लिए न तो कभी कोई पंचायत आगे आई और ना ही कोई खंड एवं विकास पंचायत कार्यालय से कोई अधिकारी आ गया या हालांकि साफ सफाई को लेकर पिछले 5 वर्षों में करोड़ों रुपया मनरेगा के तहत खर्च किया जा चुका है लेकिन आज भी इन तीनों जोहड़ गंदगी से अटे पड़े हैं इनमें साफ सफाई की दरकार है जिससे जहां गंदगी का आलम है।
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