नारनौंद(सच कहूँ न्यूज)। लोगों की सहुलियत के लिए सरकार एक दूसरे गांव को जोड़ने के लिए सड़कें बना रही है। लेकिन गांव पेटवाड़ के ग्रामीणों के लिए ये सड़क जी का जंजाल बन गई है। क्योंकि सड़क पर बने नाले को मिट्टी डालकर बंद कर दिया गया है और बस्ती का सारा गंदा पानी सड़क पर जमा हो गया है। जिसके कारण वहां से आने जाने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। पेटवाड़ गांव के ग्रामीण कर्मपाल, सुरेन्द्र, राजबीर, दिलबाग, नरेश, सुरेश रामनिवास इत्यादि ने बताया कि पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा पेटवाड़ गांव से बास गांव तक सड़क का चोड़ा करने व नवीनीकरण का काम किया गया था। सड़क पर गांव व किसी बस्ती का पानी न आए। इसके लिए बास रोड़ पर स्थित बस्ती के पास नाले का निर्माण किया गया था। ताकि बस्ती का गंदा पानी सड़क पर ना आए और राहगीरों को किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो।
अधिकतर ग्रामीणों के खेत इन्हीं रास्तों पर
ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि बस्ती के कुछ लोगों ने नाले में मिट्टी भरकर उसे बंद कर दिया। जिसकी वजह से बस्ती का सारा गंदा पानी सड़क पर जमा हो गया है। ग्रामीणों ने बताया कि इस रास्ते से बास गांव जाकर जींद भिवानी मार्ग पर पहुंचते हैं और बडाला गांव के लिए भी इसी सड़क से आगे रास्ता निकलता है। वहीं अधिकतर ग्रामीणों के खेत भी इन्हीं रास्तों पर हैं। पानी जमा होने के कारण ग्रामीणों का यहां से निकलना दुर्भर हो चुका है।
अधिकारियों को कई बार लगा चुके गुहार
ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि वो इसकी शिकायत पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों सहित प्रशासन के उच्च अधिकारियों से कर चुके हैं। लेकिन प्रशासन ?की तरफ से आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर सड़क पर जमा पानी का ठोस प्रबंध जल्द ही नहीं किया गया तो वो ठोस निर्णय लेने के लिए मजबूर होंगे।
क्या कहते हैं विभाग के अधिकारी
इस संबंध में पीडब्ल्यूडी विभाग के एसडीओ रण सिंह ने बताया कि इसको लेकर पहले भी नाले से मिट्टी निकलवाने के लिए गए थे। लेकिन दो पक्षों में तनाव बढ़ गया था। अब जल्द ही इस नाले से मिट्टी निकलवा दी जाएगी। जो लोग नाले में मिट्टी भरकर बंद कर रहे हैं उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जा रही है। राहगीरों को परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
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