विरोध प्रदर्शन कर उपायुक्त को सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन
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जेलभरो आंदोलन में बढ़ चढ़कर भाग लेने का आह्वान
भिवानी (ब्यूरो)। आंगनवाड़ी वर्कर एवं हैल्पर्स तालमेल कमेटी के तत्वावधान में गत 8 दिसम्बर से राज्यभर में अपनी जायज मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। हड़ताली कर्मियों के समर्थन में सकसं ने प्रदर्शन कर उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भेजा। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला वरिष्ठ उप-प्रधान नरेंद्र दिनोद ने किया तथा संचालन सचिव सुरजभान जटासरा ने किया। राज्य ऑडिटर सुभाष कौशिक व नरेंद्र दिनोद ने कहा कि 52 हजार आंगनवाड़ी वर्कर्स व हैल्पर मांग रही है कि वर्कर्स का न्यूनतम वेतन 24 हजार, हैल्पर्स का 16 हजार, प्रधानमंत्री द्वारा घोषित 2018 से वर्कर्स के 1500 व हैल्पर के मानदेय में 750 रूपए बढ़ोतरी, सरकारी कर्मचारी का दर्जा, सेवा निवृति लाभ तथा पदोन्नतियां आदि मांगों को लेकर 35 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है। सरकार व अफसरशाही हड़ताली आंगनवाड़ी वर्कर्स व हैल्पर्स को बर्खास्तगी के नोटिस जारी कर आवाज को दबाना चाहती है।
उन्होंने सरकार को चेताया कि सरकार हड़ताली कर्मियों का जितना दमन करेगी, आंदोलन उतना ही तीखा होगा तथा सरकार की मुश्किलें बढ़ेंगी। सरकार यूनियनों में फूट डालकर हड़ताल समाप्त करवाने का लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन इससे उसको निराशा ही हाथ लगेगी। सकसं ने कहा कि 12 जनवरी को जेलभरो आंदोलन में सभी विभागों के कच्चे व पक्के कर्मचारी ताल ठोकेंगे। सरकार मांगों को लागू करने की बजाय दमन पर उतर आई है। विभागीय अधिकारी आंदोलन कर रही वर्कर व हैल्पर को डरा धमका रहे हैं। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा इन तुगलकी फरमानों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगा।
यदि सरकार ने दमन के रास्ते को छोड़कर मांगें नहीं मानी तो वे निर्णायक आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। इस अवसर पर अनिल नागर, सुशील आलमपुर, विनोद कुमार, हंसराज, नरेंद्र मोखरा, आजाद भाली, मंदीप सिंह, कुलदीप, ओम प्रकाश शेखावत, राजेश लाम्बा, सहदेव रंगा, बलराज ओला, ईश्वर देवी, राजबाला शर्मा, शकुंतला, बबली, कमलेश, किरण, प्रिया, सुमन, गीता, रीटा, सुनीता, रेशमा, सुषमा, रमन, सरोज, रतन जिंदल, नरेश शर्मा, फूलचंद, नंद किशोर आदि मौजूद थे।
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