जरूरतमंद मरीजों के लिए फरिश्ता बने डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी

 

पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा ला रही रंग

  • जसविन्द्र इन्सां और सुनील बजाज इन्सां किया रक्तदान

सरसा। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं पर चलते हुए सच कहूँ परिवार के सदस्य जसविन्द्र इन्सां व सुनील बजाज इन्सां ने शुक्रवार को जरूरतमंद मरीजों के इलाज में मदद हेतु पूज्य बापू मग्घर सिंह जी इंटरनेशनल ब्लड बैंक में रक्तदान किया। जसविन्द्र इन्सां व सुनील बजाज इन्सां ने कहा कि पूज्य गुरु जी ने हमेशा समाज का भला किया है और हमें भी ऐसा करने की सीख दी है। जसविन्द्र इन्सां ने बताया कि उन्होंने 16वीं बार रक्तदान किया है।

गौरतलब है कि पूज्य गुरु जी ने डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों को चलते फिरते ब्लड पंप की संज्ञा दी है, क्योंकि ये सेवादार जहां भी मरीजों के उपचार के लिए रक्त की जरूरत होती है तो तुरंत वहां पहुंचकर रक्तदान करके उनकी मदद करते हैं। खास बात ये भी है इन्सानियत के भले की इस सेवा पर आने वाला खर्च भी अपनी जेब से वहन करते हैं। डेरा अनुयायी अब तक देश-विदेश में छह लाख यूनिट से अधिक रक्तदान कर चुके हैं।

क्यों करें रक्तदान

हम रक्तदान करके किसी जरूरतमंद को जीवन दान दे सकते हैं। एक यूनिट रक्त दान कर चार जिंदगियां बचा सकते हैं। डॉक्टरों के अनुसार रक्तदान के बहुत फायदे हैं। रक्तदान करने से शरीर में नया रक्त बनता है तथा खून का संचार भी तेज होता है। जिससे हृदय स्वस्थ रहता है। रक्तदान रूपी महादान का मौका आप सभी के पास है।

रक्त कौन दे सकता है?

ऐसा प्रत्येक पुरूष अथवा महिला:-

  • जिसकी आयु 18 से 65 वर्ष के बीच हो।
  • जिसका वजन (100 पौंड) 48 किलों से अधिक हो।
  • जो क्षय रोग, रतिरोग, पीलिया, मलेरिया, मधुमेंह, एड्स आदि बीमारियों से पीड़ित नहीं हो।
  • जिसने पिछले तीन माह से रक्तदान नहीं किया हो।

कितना रक्त लिया जाता है?

  • प्रतिदिन हमारे शरीर में पुराने रक्त का क्षय होता रहता है ओर प्रतिदिन नया रक्त बनता रहता है।
  • एकबार में 350 मिलीलीटर यानि डेढ़ पाव रक्त ही लिया जाता है (कुल रक्त का 20वां भाग)
  • शरीर 24 घंटों में दिए गए रक्त के तरल भाग की पूर्ति कर लेता है।
  • ब्लड बैंक रेफ्रिजरेटर में रक्त 4-5 सप्ताह तक सुरक्षित रखा जा सकता है।

मौका मिला हैं रक्तदान का
इसे यूं ना गंवाइए
देकर के दान रक्त का
आप पुण्य कमाइये।

यदि करनी हो जन सेवा,
रक्त-दान ही है उत्तम सेवा

आपके रक्तदान के कुछ मिनट का मतलब
और के लिए पूरा जीवनकाल है

रक्तदान है सबसे ऊंचा
इसके जैसा दान है ना दूजा

क्यों ना खुद की एक पहचान बनाये
चलो रक्तदान करे और करवाये।

रक्तदान भाई है जरूरी
नहीं आती इससे कोई कमजोरी

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