नई दिल्ली (एजेंसी)। प्रधानमंत्री मोदी के पंजाब के दौरे पर सुरक्षा में हुई चूक का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। चन्नी सरकार इस मामले पर घिरती जा रही है। भाजपा इस मामले को जोर-शोर से उठा रही है। आज सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले पर संज्ञान लिया है। वहीं भाजपा नेता प्रवेश वर्मा ने चन्नी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए है। उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी की पीएम का जान से मारने की साजिश थी। उधर भाजपा नेता लॉकेट चटर्जी ने कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को मारने की साजिश थी। ऐसे में सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। अब इस मामले पर सियासत भी तेज हो गई है। भाजपा नेता कांग्रेस पर हमलावर है। भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी इस मामले पर चिंता जाहिर की है और कहा कि यह एक सोची समझी साजिश थी।
मुख्यमंत्री तथा उप मुख्यमंत्री दोनों अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे :अमरिंदर
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री चरनजीत चन्नी तथा उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर रंधावा के अपनी जिम्मेदारी से भागने के लिये उनकी निंदा करते हुये कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षा में भारी चूक हुई जिसकी इनको जिम्मेदारी लेनी चाहिये। कैप्टन सिंह ने जिले के समाना में कुछ कांग्रेसी नेताओं के पंजाब लोक कांर्ग्रेस में शामिल करने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुये कहा कि असली नेता जिम्मेदारियों से भागते नहीं । यह नेतृत्व नहीं बल्कि कायरता की निशानी है।
प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक गंभीर मामला है तथा इस चूक के लिये ये दूसरों पर आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि चन्नी को व्यक्तिगत तौर पर बठिंडा हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री की अगवानी करनी चाहिये थी । उन्होंने किसानों से अपील की कि वे सड़कों तथा रेलवे ट्रैकों पर जाम लगाना बंद करें और पंजाब तथा अपने हितों पर ध्यान देते हुये पंजाब की तरक्की में अपना योगदान दें । वह मुख्यमंत्री रहते भी उनका समर्थन करते रहे और आगे भी करते रहेंगे । उन्होंने किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले किसान परिवारों को पांच -पांच लाख रुपए तथा एक सदस्य को नौकरी दी थी । कैप्टन सिंह ने कहा कि कल की घटना से पंजाब की छवि धूमिल हुई है । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पंजाब को कुछ देने आ रहे थे लेकिन हमारे लोग उसे ले नहीं सके ।
असली मकसद उनकी सरकार को गिराना हैं :चन्नी
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने दो टूक शब्दों में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘जान को खतरे’ की बात के पीछे का असली मकसद उनकी लोकतांत्रिक ढंग से चुनी हुई सरकार का गिराना है। चन्नी ने होशियारपुर जिले के टांडा में नई दाना मंडी में विभिन्न विकास कार्यों की आधारशिला रखने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की जान को किसी तरह का कोई खतरा नहीं था। उन्होंने बुधवार को रैली में आने का अपना कार्यक्रम इसलिये रद्द कर दिया था क्योंकि भाजपा की रैली में लोगों की संख्या बहुत कम थी। उन्होंने कहा कि फिरोजपुर रैली में खाली कुर्सियां उनके न आने का कारण बनीं। इस कारण सुरक्षा के खतरे की बात कहकर वो रैली में आने के बजाय दिल्ली चले गए।
बठिंडा एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री ने अधिकारियों से कहा-अपने सीएम को शुक्रिया कहना मैं जिंदा लौट पाया
शिअद प्रधान सुखबीर बादल ने पीएम सुरक्षा चूक मामले में डीजीपी की बर्खास्तगी की मांग
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।